Here you will get complete Bihar Board Class 8 Hindi Vasant Chapter 10 Solutions. This covers all question answer of chapter 10 – “अकबरी लोटा”, from the new book. It follows the updated syllabus of BSEB.
“अकबरी लोटा” एक हास्यपूर्ण कहानी है, जो समझदारी और मित्रता की ताकत को दर्शाती है। इस पाठ से आप सीखेंगे कि मुश्किल वक्त में सही फैसले और दोस्त का साथ कैसे बड़ी समस्या का हल निकाल सकता है। लाला झाऊलाल और उनके मित्र बिलवासी की चतुराई से भरी कहानी आपको हँसाएगी और प्रेरित करेगी। यह पाठ सिखाता है कि सच्चा मित्र हमेशा साथ देता है।

Bihar Board Class 8 Hindi Vasant Chapter 10 Solutions
Contents
| अध्याय | 10. अकबरी लोटा |
| लेखक | अन्नपूर्णानन्द वर्मा |
| विषय | Hindi (वसंत भाग 3) |
| कक्षा | 8वीं |
| बोर्ड | बिहार बोर्ड |
प्रश्न-अभ्यास
कहानी की बात
1. “लाला ने लोटा ले लिया, बोले कुछ नहीं, अपनी पत्नी का अदब मानते थे।”
लाला झाऊलाल को बेढंगा लोटा बिलकुल पसंद नहीं था। फिर भी उन्होंने चुपचाप लोटा ले लिया। आपके विचार से वे चुप क्यों रहे? अपने विचार लिखिए।
उत्तर:
लाला झाऊलाल को बेढंगा लोटा बिल्कुल पसंद नहीं था, लेकिन उन्होंने अपनी पत्नी की बात मानकर चुपचाप लोटा ले लिया। वे चुप इसलिए रहे क्योंकि वे अपनी पत्नी का बहुत सम्मान करते थे। साथ ही, वे जानते थे कि उनकी पत्नी का स्वभाव तेज़ है और अगर उन्होंने विरोध किया तो घर में झगड़ा हो सकता था। उन्होंने सोचा कि शांति से काम लेना ही बेहतर है, वरना पत्नी और नाराज़ हो सकती थीं। इस तरह, उन्होंने समझदारी दिखाई और लोटा ले लिया।
2. “लाला झाऊलाल जी ने फौरन दो और दो जोड़कर स्थिति को समझ लिया।”
आपके विचार से लाला झाऊलाल ने कौन-कौन सी बातें समझ ली होंगी?
उत्तर:
लाला झाऊलाल ने तुरंत समझ लिया कि उनका लोटा ऊँचे तिमंजले से गिरकर गली में खड़े एक अंग्रेज़ के ऊपर जा गिरा। लोटा दुकान के सायबान से टकराया, फिर अंग्रेज़ को भिगोते हुए उसके बूट पर गिरा, जिससे उसे चोट लगी। अंग्रेज़ गुस्से में गालियाँ देने लगा। झाऊलाल ने समझ लिया कि यह मामला गंभीर है और अंग्रेज़ का गुस्सा उनके लिए मुसीबत बन सकता है।
3. अंग्रेज़ के सामने बिलवासी जी ने झाऊलाल को पहचानने तक से क्यों इनकार कर दिया था? आपके विचार से बिलवासी जी ऐसा अजीब व्यवहार क्यों कर रहे थे? स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:
बिलवासी जी ने अंग्रेज़ के सामने झाऊलाल को पहचानने से इनकार किया क्योंकि वे अंग्रेज़ का गुस्सा शांत करना चाहते थे। उन्होंने भीड़ को बाहर निकाला, अंग्रेज़ को आराम से बिठाया और उससे सहानुभूति दिखाकर उसका भरोसा जीतने की कोशिश की। झाऊलाल को न पहचानने का नाटक करके उन्होंने खुद को मामले से अलग दिखाया। यह उनकी चालाकी थी ताकि अंग्रेज़ का गुस्सा कम हो और मामला बिगड़े नहीं।
4. बिलवासी जी ने रुपयों का प्रबंध कहाँ से किया था? लिखिए।
उत्तर:
बिलवासी जी ने रुपये अपनी पत्नी के संदूक से चुपके से चुराकर जुटाए थे।
5. आपके विचार से अंग्रेज़ ने यह पुराना लोटा क्यों खरीद लिया? आपस में चर्चा करके वास्तविक कारण की खोज कीजिए और लिखिए।
उत्तर:
अंग्रेज़ ने पुराना लोटा इसलिए खरीदा क्योंकि उसे पुरानी और ऐतिहासिक चीज़ें इकट्ठा करने का शौक था। लोटा उसके ऊपर गिरने से उसे उससे खास लगाव हो गया। जब बिलवासी जी ने लोटे को खरीदने की बात की, तो अंग्रेज़ ने इसे अपने संग्रह में शामिल करने के लिए ऊँची कीमत देकर खरीद लिया। उसे लगा कि यह लोटा अनोखा है और उसकी प्रतिष्ठा बढ़ाएगा।
अनुमान और कल्पना
1. “इस भेद को मेरे सिवाए मेरा ईश्वर ही जानता है। आप उसी से पूछ लीजिए। मैं नहीं बताऊँगा।”
बिलवासी जी ने यह बात किससे और क्यों कही? लिखिए।
उत्तर:
बिलवासी जी ने यह बात लाला झाऊलाल से कही। उन्होंने ऐसा इसलिए कहा क्योंकि उन्होंने रुपये अपनी पत्नी के संदूक से चुराए थे और यह बात किसी को बताना नहीं चाहते थे। वे डर रहे थे कि अगर यह राज खुल गया, तो उनकी पत्नी नाराज़ हो सकती थीं। साथ ही, उन्हें जल्दी घर जाकर चुराए पैसे वापस रखने थे ताकि कोई शक न करे।
2. “उस दिन रात्रि में बिलवासी जी को देर तक नींद नहीं आई।”
समस्या झाऊलाल की थी और नींद बिलवासी की उड़ी तो क्यों? लिखिए।
उत्तर:
बिलवासी जी को नींद इसलिए नहीं आई क्योंकि उन्होंने अपनी पत्नी के संदूक से पैसे चुराए थे। उन्हें डर था कि अगर उनकी पत्नी को यह पता चला, तो बहुत बड़ा झगड़ा हो सकता था। वे चुपके से पैसे वापस रखना चाहते थे ताकि कोई शक न करे। इस चिंता के कारण वे रातभर परेशान रहे और उन्हें नींद नहीं आई।
3. “लेकिन मुझे इसी जिंदगी में चाहिए।”
“अजी इसी सप्ताह में ले लेना।”
“सप्ताह से आपका तात्पर्य सात दिन से है या सात वर्ष से?”
झाऊलाल और उनकी पत्नी के बीच की इस बातचीत से क्या पता चलता है? लिखिए।
उत्तर:
झाऊलाल और उनकी पत्नी की बातचीत से पता चलता है कि उनकी पत्नी को झाऊलाल की आर्थिक स्थिति और खर्च करने की आदत अच्छे से पता थी। उन्हें शक था कि झाऊलाल इतने जल्दी पैसे का इंतज़ाम नहीं कर पाएंगे। इसलिए उन्होंने मज़ाक में पूछा कि सप्ताह से उनका मतलब सात दिन है या सात साल। यह बातचीत उनके बीच की समझ, मज़ाकिया रिश्ते और पत्नी की चतुराई को दिखाती है।
क्या होता यदि
1. अंग्रेज़ लोटा न खरीदता?
उत्तर:
अगर अंग्रेज़ लोटा न खरीदता, तो बिलवासी जी को अपनी पत्नी से चुराए पैसे झाऊलाल को देने पड़ते। इससे झाऊलाल अपनी पत्नी को समय पर पैसे नहीं दे पाते और उनकी इज्ज़त खतरे में पड़ जाती। साथ ही, बिलवासी जी की चोरी का राज़ खुलने का डर बना रहता। अंग्रेज़ के लोटा खरीदने से दोनों की मुश्किलें हल हो गईं।
2. यदि अंग्रेज़ पुलिस को बुला लेता?
उत्तर:
अगर अंग्रेज़ पुलिस को बुला लेता, तो लाला झाऊलाल को कानूनी परेशानी और बदनामी का सामना करना पड़ता। मामला और बिगड़ सकता था, और बिलवासी जी को स्थिति संभालने का मौका नहीं मिलता। इससे झाऊलाल की मुश्किलें बहुत बढ़ जातीं।
3. जब बिलवासी अपनी पत्नी के गले से चाबी निकाल रहे थे, तभी उनकी पत्नी जाग जाती?
उत्तर:
अगर बिलवासी जी की पत्नी चाबी निकालते समय जाग जातीं, तो उन्हें चोरी करते हुए पकड़ा जाता। इससे उनकी पत्नी बहुत गुस्सा हो सकती थीं, और घर में बड़ा हंगामा मच जाता। उनकी सारी योजना नाकाम हो जाती, और उन्हें शर्मिंदगी का सामना करना पड़ता।
पता कीजिए
1. “अपने वेग में उल्का को लजाता हुआ वह आँखों से ओझल हो गया।”
उल्का क्या होती है? उल्का और ग्रहों में कौन-कौन सी समानताएँ और अंतर होते हैं?
उत्तर:
उल्का अंतरिक्ष में मौजूद छोटे पत्थर या धातु के टुकड़े होते हैं। जब ये पृथ्वी के वायुमंडल में आते हैं, तो तेज़ी से जलने लगते हैं और हमें “टूटता तारा” दिखाई देते हैं।
उल्का और ग्रहों में समानताएँ:
- दोनों अंतरिक्ष में पाए जाते हैं।
- दोनों सूर्य के चारों ओर चक्कर लगा सकते हैं।
- दोनों में चट्टान या धातु जैसे तत्व हो सकते हैं।
उल्का और ग्रहों में अंतर:
- आकार: ग्रह बहुत बड़े होते हैं, जबकि उल्काएँ छोटे टुकड़े होती हैं।
- गति: उल्काएँ तेज़ी से जलकर गिरती हैं, जबकि ग्रह अपनी कक्षा में धीरे-धीरे चक्कर लगाते हैं।
- परिक्रमा: ग्रह सूर्य की निश्चित कक्षा में चक्कर लगाते हैं, लेकिन उल्काएँ अनिश्चित रास्तों पर चलती हैं।
- वायुमंडल में प्रवेश: उल्काएँ पृथ्वी के वायुमंडल में जलती हैं, जबकि ग्रह बहुत दूर रहते हैं।
2. इस कहानी में आपने दो चीज़ों के बारे में मजेदार कहानियाँ पढ़ी—अकबरी लोटे की कहानी और जहाँगीरी अंडे की कहानी। आपके विचार से ये कहानियाँ सच्ची हैं या काल्पनिक?
उत्तर:
अकबरी लोटे और जहाँगीरी अंडे की कहानियाँ काल्पनिक लगती हैं। इनमें बहुत सारा मज़ाक, हास्य और अतिशयोक्ति है, जो इन्हें सच्ची कहानियों से अलग बनाता है। इन कहानियों का मकसद लोगों का मनोरंजन करना और सामाजिक बातों पर हल्के-फुल्के अंदाज़ में टिप्पणी करना है। हालाँकि इनमें ऐतिहासिक नामों का ज़िक्र है, लेकिन ये मनोरंजन के लिए बनाई गई हैं, न कि सच्ची घटनाओं को बताने के लिए।
3. अपने घर या कक्षा की किसी पुरानी चीज़ के बारे में ऐसी ही कोई मजेदार कहानी बनाइए।
उत्तर:
हमारी कक्षा में एक पुरानी किताब है, जिसे सभी “जादुई किताब” कहते हैं। यह किताब इतनी पुरानी है कि इसके पन्ने पीले पड़ गए हैं, लेकिन टीचर कहते हैं कि इसमें सारे सवालों के जवाब छुपे हैं।
एक दिन, मनीष ने गणित का सवाल हल करने के लिए यह किताब खोली। अचानक, एक पन्ने से पुराना नोट निकला, जिसमें लिखा था, “इम्तिहान में पास होने का मंत्र!” सब बच्चे उत्साहित हो गए। मनीष ने नोट पढ़ा, लेकिन उसमें सिर्फ़ एक लाइन थी—“खूब पढ़ाई करो!”
सब बच्चे हँस पड़े, लेकिन टीचर ने कहा, “देखा, मैंने कहा था न, यह जादुई किताब है!” तब से हम सब उस किताब को “मंत्र वाली किताब” कहते हैं और इम्तिहान से पहले उसे ज़रूर खोलते हैं, यह सोचकर कि शायद कोई नया मंत्र मिल जाए!
4. बिलवासी जी ने जिस तरीके से रुपयों का प्रबंध किया, वह सही था या गलत?
उत्तर:
बिलवासी जी ने जो रुपये चुराए, वह तरीका गलत था। अपनी पत्नी से बिना बताए उनके संदूक से पैसे लेना धोखा देना है। अगर उन्हें पैसे चाहिए थे, तो उन्हें अपनी पत्नी से बात करनी चाहिए थी। चोरी करने से उनके रिश्ते में विश्वास टूट सकता था और घर में बड़ा झगड़ा हो सकता था। इसलिए उनका यह तरीका सही नहीं था।
भाषा की बात
1. इस कहानी में लेखक ने जगह-जगह पर सीधी-सी बात कहने के बदले रोचक मुहावरों, उदाहरणों आदि के द्वारा कहकर अपनी बात को और अधिक मजेदार/रोचक बना दिया है। कहानी से वे वाक्य चुनकर लिखिए जो आपको सबसे अधिक मजेदार लगे।
उत्तर:
- “अब तक बिलवासी जी को वे अपनी आँखों से खा चुके होते।”
- “कुछ ऐसी गढ़न उस लोटे की थी कि उसका बाप डमरु, माँ चिलम रही हो।”
- “ढ़ाई सौ रुपये तो एक साथ आँख सेंकने के लिए भी न मिलते हैं।”
- “लोटा अपने वेग में उल्का को लजाता हुआ आँखों से ओझल हो गया।”
- “उसके बाद अंग्रेज़ी गालियों का विशाल भंडार उनके सामने खुल चुका था।”
2. इस कहानी में लेखक ने अनेक मुहावरों का प्रयोग किया है। कहानी में से पाँच मुहावरे चुनकर उनका प्रयोग करते हुए वाक्य लिखिए।
उत्तर:
चैन की नींद सोना (निश्चिंत होकर सोना):
इम्तिहान के बाद रिजल्ट अच्छा आने पर रमेश ने चैन की नींद सोई।
आँखों से खा जाना (गुस्से से देखना):
रीना ने जब गलती से माँ का प्याला तोड़ा, तो माँ ने उसे आँखों से खा लिया।
आँख सेंकने के लिए भी न मिलना (दुर्लभ होना):
गर्मियों में गाँव में पानी आँख सेंकने के लिए भी नहीं मिलता।
मारा-मारा फिरना (इधर-उधर भटकना):
नौकरी की तलाश में रवि कई महीनों तक मारा-मारा फिरता रहा।
डींगे सुनाना (बढ़ा-चढ़ाकर बातें करना):
मोहन ने अपनी नई साइकिल की इतनी डींगें सुनाईं कि सब हँस पड़े।