Bihar Board Class 7 Civics Chapter 3 Solutions are available for free here. Written by subject experts, it provides complete question-answer of Chapter 3 – “राज्य शासन कैसे काम करता है” from the New Civics Book of class 7 – सामाजिक एवं राजनीतिक जीवन-2 (Samajik Evam Rajnitik Jeevan).
यह अध्याय आपको राज्य सरकार की कार्यप्रणाली और विधान सभा की भूमिका से परिचित कराएगा। आप जानेंगे कि राज्य सरकारें शिक्षा, स्वास्थ्य और परिवहन जैसे क्षेत्रों में कैसे काम करती हैं। यह अध्याय विधान सभा के गठन, विधायकों की भूमिका और कानून बनाने की प्रक्रिया को स्पष्ट करता है। एक काल्पनिक उदाहरण के माध्यम से आप समझेंगे कि जनता और विधायक मिलकर सरकार को बेहतर नीतियाँ लागू करने के लिए कैसे प्रेरित कर सकते हैं।

Bihar Board Class 7 Civics Chapter 3 Solutions
| Subject | Civics (सामाजिक एवं राजनीतिक जीवन-2) |
| Class | 7 |
| Chapter | 3. राज्य शासन कैसे काम करता है |
| Board | Bihar Board |
अभ्यास
1. निर्वाचन क्षेत्र व प्रतिनिधि शब्दों का प्रयोग करते हुए स्पष्ट कीजिए कि विधायक कौन होता है और उसका चुनाव किस प्रकार होता है?
उत्तर: विधायक राज्य की विधानसभा का सदस्य होता है। इसे अंग्रेजी में ‘एम.एल.ए.’ (MLA) कहते हैं, जिसका पूरा नाम है ‘मेम्बर ऑफ लेजिस्लेटिव असेंबली’। विधायक का चुनाव निर्वाचन क्षेत्र के लोगों द्वारा किया जाता है।
हर राज्य कई ‘निर्वाचन क्षेत्रों’ में बँटा होता है। एक निर्वाचन क्षेत्र एक इलाका होता है जहाँ के लोग अपना एक प्रतिनिधि चुनते हैं। जब वोट डालने का समय आता है, तब हर निर्वाचन क्षेत्र के लोग अपनी पसंद के उम्मीदवार को वोट देते हैं। जो उम्मीदवार सबसे ज्यादा वोट पाता है, वही उस क्षेत्र का प्रतिनिधि यानी विधायक बन जाता है। इस तरह विधायक अपने क्षेत्र के लोगों का प्रतिनिधित्व करता है और उनकी आवाज विधानसभा में उठाता है।
2. कुछ विधायक मंत्री कैसे बनते हैं? स्पष्ट कीजिए।
उत्तर: जब चुनाव में किसी दल को बहुमत मिलता है, तब उस दल के विधायकों में से एक को मुख्यमंत्री बनाया जाता है। फिर मुख्यमंत्री अपने दल के कुछ विधायकों को मंत्री बनाता है।
मंत्रियों की संख्या विधायकों की कुल संख्या से बहुत कम होती है। उदाहरण के लिए, अगर किसी राज्य में 200 विधायक हैं, तो मंत्री सिर्फ 20-30 ही बनाए जाते हैं। इसलिए सभी विधायक मंत्री नहीं बन पाते, सिर्फ कुछ चुने हुए विधायक ही मंत्री बनते हैं।
हर मंत्री को एक या कई विभाग दिए जाते हैं, जिनकी देखरेख उसे करनी होती है। जैसे – शिक्षा मंत्री, स्वास्थ्य मंत्री, खेल मंत्री आदि। मंत्रियों का काम अपने विभाग के कामकाज को सुचारू रूप से चलाना और महत्वपूर्ण निर्णय लेना होता है।
3. मुख्यमंत्री तथा अन्य मंत्रियों द्वारा लिए गए निर्णयों पर विधानसभा में बहस क्यों होनी चाहिए?
उत्तर: मुख्यमंत्री और मंत्रियों द्वारा लिए गए निर्णयों पर विधानसभा में बहस इसलिए होनी चाहिए क्योंकि:
- लोकतंत्र में सरकार जनता के प्रति जवाबदेह होती है। विधानसभा में बहस से यह सुनिश्चित होता है कि सरकार मनमाने ढंग से काम न करे।
- विधायक अपने निर्वाचन क्षेत्र के लोगों की समस्याओं और जरूरतों को सरकार के सामने रखते हैं। बहस के दौरान वे मंत्रियों से सवाल पूछ सकते हैं और जवाब मांग सकते हैं।
- विपक्षी दल के विधायक सरकार के निर्णयों की आलोचना कर सकते हैं और सुधार के लिए सुझाव दे सकते हैं। इससे सरकार के कामकाज में पारदर्शिता आती है।
- विधानसभा में ही यह तय होता है कि राज्य का पैसा कहाँ और कैसे खर्च किया जाए। इस पर सभी विधायक अपनी राय दे सकते हैं।
बहस से अच्छे फैसले लेने में मदद मिलती है और लोकतंत्र मजबूत होता है।
4. पातालपुरम में क्या समस्या थी? निम्नलिखित के द्वारा इस विषय में क्या चर्चा या कार्य किए गए?
उत्तर: पातालपुरम में साफ पीने के पानी की कमी और गंदगी की बड़ी समस्या थी। इस वजह से वहाँ के लोग बीमार पड़ रहे थे और कई लोगों की मौत भी हो गई थी। इलाज के लिए पर्याप्त अस्पताल और डॉक्टर भी नहीं थे।
निम्नलिखित के द्वारा इस विषय में जो चर्चा या कार्य किए गए:
| स्थान/व्यक्ति | चर्चा या कार्य |
|---|---|
| आम सभा | लोगों ने गाँव की आम सभा में इस समस्या पर चर्चा की और सरकार से इस समस्या को जल्द हल करने की मांग की। |
| विधानसभा | विधायकों ने पातालपुरम की स्वास्थ्य और सफाई की समस्याओं पर चर्चा की। उन्होंने सरकार से तुरंत कदम उठाने को कहा और आवश्यक सुविधाएँ देने की मांग की। |
| प्रेसवार्ता | स्वास्थ्य मंत्री ने पत्रकारों से बातचीत की और बताया कि सरकार इस समस्या को हल करने के लिए क्या कदम उठा रही है। पत्रकारों ने मंत्री से कई सवाल पूछे। अखबारों में यह खबर छपी और टीवी पर दिखाई गई। |
| मुख्यमंत्री | मुख्यमंत्री ने पातालपुरम में साफ पानी की व्यवस्था, सफाई और अस्पताल बनाने के लिए पैसे देने का वादा किया। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को जल्द से जल्द काम शुरू करने का आदेश दिया। |
5. विधानसभा सदस्य द्वारा विधायिका में किए गए कार्यों और शासकीय विभागों द्वारा किए गए कार्यों के बीच क्या अंतर है?
उत्तर:
| विधायिका में किए गए कार्य | शासकीय विभागों द्वारा किए गए कार्य |
|---|---|
| विधायक कानून बनाते हैं और उन्हें पारित करते हैं। | शासकीय विभाग इन कानूनों को लागू करते हैं और अमल में लाते हैं। |
| विधायक सरकार के कामकाज पर नज़र रखते हैं और सवाल पूछते हैं। | शासकीय विभाग रोज़मर्रा के प्रशासन का काम देखते हैं और लोगों को सेवाएँ प्रदान करते हैं। |
| विधायक अपने क्षेत्र के लोगों की समस्याओं को विधानसभा में उठाते हैं। | शासकीय विभाग इन समस्याओं को हल करने के लिए योजनाएँ बनाते और उन्हें लागू करते हैं। |
| विधायक राज्य के बजट (पैसे) को कहाँ खर्च करना है, इस पर बहस करते हैं और निर्णय लेते हैं। | शासकीय विभाग बजट के अनुसार पैसे खर्च करते हैं और विकास कार्य करवाते हैं। |
| विधायक सरकार के कामकाज की जाँच-पड़ताल करते हैं और गलतियों को सुधारने के लिए सुझाव देते हैं। | मंत्री अपने विभागों को दिशा-निर्देश देते हैं और अधिकारियों के काम की निगरानी करते हैं। |