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“हिंद महासागर में छोटा-सा हिंदुस्तान” रामधारी सिंह ‘दिनकर’ जी का एक रोचक यात्रा वृत्तांत है जो हमें मॉरिशस में बसे भारतीय समुदाय की अनूठी कहानी सुनाता है। यह कहानी दिखाती है कि कैसे भारत से हज़ारों किलोमीटर दूर एक छोटे से द्वीप पर हमारी संस्कृति, परंपराएँ और भाषा जीवित हैं। इस पाठ में आप जानेंगे कि मॉरिशस की गलियों के नाम कैसे भारतीय शहरों जैसे हैं, वहाँ कैसे शिवरात्रि और अन्य त्योहार मनाए जाते हैं, और कैसे वहाँ के भारतीयों ने अपनी पहचान बनाए रखी है। “हिंद महासागर में छोटा-सा हिंदुस्तान” के प्रश्न उत्तर नीचे दिए गए हैं जो आपको इस रोचक यात्रा वृत्तांत को बेहतर समझने में मदद करेंगे।

Bihar Board Class 6 Hindi Chapter 12 – हिंद महासागर में छोटा-सा हिंदुस्तान
Contents
- 1 Bihar Board Class 6 Hindi Chapter 12 – हिंद महासागर में छोटा-सा हिंदुस्तान
- 1.1 मेरी समझ से
- 1.2 पंक्तियों पर चर्चा
- 1.3 सोच-विचार के लिए
- 1.4 मिलकर करें मिलान
- 1.5 यात्रा – वृत्तांत की रचना
- 1.6 अनुमान या कल्पना से
- 1.7 शब्दों की बात
- 1.8 पहचान पाठ के आधार पर
- 1.9 आपकी बात
- 1.10 कक्षा और घर की भाषाएँ
- 1.11 प्रशंसा या सराहना विभिन्न प्रकार से
- 1.12 चित्रात्मक सूचना ( इंफोग्राफिक्स)
- 1.13 हस्ताक्षर
- 1.14 पत्र
- 1.15 उलझन सुलझाओ
| Class | 6 |
| Subject | Hindi – मल्हार (Malhar) |
| Chapter | 12. हिंद महासागर में छोटा-सा हिंदुस्तान |
| Board | Bihar Board |
पाठ से
आइए, अब हम इस पाठ को थोड़ा और निकटता से समझ लेते हैं। आगे दी गई गतिविधियाँ इस कार्य में आपकी सहायता करेंगी। आइए इन गतिविधियाँ को पूरा करते हैं।
मेरी समझ से
(क) नीचे दिए गए प्रश्नों का सटीक उत्तर कौन-सा है? उसके सामने तारा (★) बनाइए –
(1) हिरन समूह में क्यों खड़े थे?
- भागने पर उन्हें सिंह के आक्रमण का डर था।
- वे भाग चुके हिरणों के लौटने की प्रतीक्षा में थे।
- वे बीच खड़े असावधान जिराफ़ की रक्षा कर रहे थे।
- सिंह उनसे उदासीन थे, अतः उन्हें कोई खतरा नहीं था।
उत्तर – भागने पर उन्हें सिंह के आक्रमण का डर था। (★)
(2) मॉरिशस छोटे पैमाने पर भारतवर्ष ही है। कैसे?
- गन्ने की खेती अधिकतर भारतीयों द्वारा की जाती है।
- अधिकतर जनसंख्या भारत से जाने वालों की है।
- सभी भारतवासी परी तालाब पर एकत्रित होते हैं।
- भारत की बहुत-सी विशेषताएँ वहाँ दिखाई देती हैं।
उत्तर – भारत की बहुत-सी विशेषताएँ वहाँ दिखाई देती हैं। (★)
(ख) अपने मित्रों के साथ चर्चा कीजिए और कारण बताइए कि आपने ये उत्तर ही क्यों चुने?
उत्तर – विद्यार्थी इस प्रश्न का उत्तर स्वयं दे।
पंक्तियों पर चर्चा
पाठ में से चुनकर कुछ पंक्तियाँ नीचे दी गई हैं। इन्हें ध्यान से पढ़िए और इन पर विचार कीजिए। आपको इनका क्या अर्थ समझ में आया? अपने विचार अपने समूह में साझा कीजिए और अपनी लेखन पुस्तिका में लिखिए।
“भारत में बैठे-बैठे हम यह नहीं समझ पाते कि भारतीय संस्कृति कितनी प्राणवती और चिरायु है। किंतु, मॉरिशस जाकर हम अपनी संस्कृति की प्राणवत्ता का ज्ञान आसानी से प्राप्त कर लेते हैं।”
उत्तर – भारत में रहकर हम अपनी संस्कृति के महत्व को पूरी तरह नहीं समझ पाते क्योंकि यहाँ यह हमारे दैनिक जीवन का हिस्सा है। लेकिन मॉरिशस जैसे दूरस्थ देश में, जहाँ भारतीय लोगों ने अनेक चुनौतियों के बावजूद अपनी संस्कृति को जीवित रखा है, वहाँ इसकी शक्ति स्पष्ट दिखाई देती है। विदेशी प्रभावों और प्रलोभनों के बीच भी मॉरिशस के भारतीय मूल के लोगों ने अपनी भाषा, त्योहार, परंपराएँ और मूल्य संरक्षित रखे। यह भारतीय संस्कृति की ‘प्राणवत्ता’ (जीवन-शक्ति) और ‘चिरायु’ (लंबे समय तक जीवित रहने की क्षमता) का प्रमाण है। मॉरिशस का उदाहरण दिखाता है कि भारतीय संस्कृति न केवल जीवित है बल्कि दूसरे देशों में भी फल-फूल सकती है।
सोच-विचार के लिए
इस यात्रा-वृत्तांत को एक बार फिर से पढ़िए और निम्नलिखित के बारे में पता लगाकर अपनी लेखन- पुस्तिका में लिखिए-
(क) “ नैरोबी का नेशनल पार्क चिड़ियाघर नहीं है । ” नेशनल पार्क और चिड़ियाघर में क्या अंतर है?
उत्तर – नेशनल पार्क वह विशाल प्राकृतिक क्षेत्र होता है जहाँ पशु-पक्षी स्वतंत्र रूप से अपने प्राकृतिक वातावरण में विचरण करते हैं। चिड़ियाघर में पशु-पक्षियों को सीमित और कृत्रिम आवास में रखा जाता है। नेशनल पार्क का उद्देश्य वन्यजीवों का संरक्षण और उनके प्राकृतिक आवास की सुरक्षा करना होता है, जबकि चिड़ियाघर मुख्य रूप से पशु-पक्षियों को प्रदर्शन के लिए रखता है।
(ख) “हम लोग पेड़-पौधे और खरपात से भी बदतर समझे गए।”वे कौन थे जिन्होंने लेखक और अन्य लोगों को पेड़-पौधों और खरपात से भी बदतर समझ लिया था? उन्होंने ऐसा क्यों समझ लिया था ?
उत्तर – नैरोबी नेशनल पार्क के सिंहों ने लेखक और उसके साथियों को पेड़-पौधों और खरपात से भी कम महत्वपूर्ण समझा। सिंहों ने मनुष्यों की उपेक्षा की क्योंकि पेड़-पौधे उन्हें छाया और आश्रय देते हैं, जबकि मनुष्य उनके शांत जीवन में बाधा डालते हैं। पर्यटक अक्सर जंगली जानवरों के प्राकृतिक आवास और दिनचर्या में हस्तक्षेप करते हैं, इसलिए सिंहों ने उन्हें अनदेखा किया।
(ग) “मॉरिशस की असली ताकत भारतीय लोग ही हैं।”पाठ में इस कथन के समर्थन में कौन-सा तर्क दिया गया है?
उत्तर – पाठ में बताया गया है कि मॉरिशस के आर्थिक विकास में भारतीयों का महत्वपूर्ण योगदान है, विशेषकर गन्ने की खेती और चीनी उद्योग के विकास में। भारतीय मूल के लोग मॉरिशस की कुल जनसंख्या का लगभग 67 प्रतिशत हैं और उन्होंने देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत किया है। इसलिए मॉरिशस की वास्तविक शक्ति भारतीय लोगों के कार्य और योगदान में निहित है।
(घ) “उस द्वीप को उन्होंने छोटा-सा हिंदुस्तान बना डाला ।” भारत से गए लोगों ने मॉरिशस को हिंदुस्तान जैसा कैसे बना दिया है?
उत्तर – भारतीयों ने मॉरिशस में अपनी संस्कृति, परंपराएँ और रीति-रिवाज़ जीवित रखे हैं। वहाँ के भारतीय मूल के लोग अपने त्योहार, पूजा-पद्धति, भाषा, पहनावा और खान-पान को बनाए रखते हैं। मॉरिशस में कई हिंदू मंदिर और सांस्कृतिक केंद्र हैं जहाँ भारतीय संस्कृति का प्रसार होता है। इन सभी कारणों से, यह द्वीप भारत से हजारों किलोमीटर दूर होने के बावजूद एक छोटे हिंदुस्तान जैसा दिखाई देता है।
मिलकर करें मिलान
पाठ में से कुछ शब्द चुनकर स्तंभ 1 में दिए गए हैं। उनसे संबंधित वाक्य स्तंभ 2 में दिए गए हैं। अपने समूह में इन पर चर्चा कीजिए और रेखा खींचकर शब्दों का मिलान उपयुक्त वाक्यों से कीजिए ।
इसके लिए आप शब्दकोश, इंटरनेट, पुस्तकालय या अपने शिक्षकों की सहायता ले सकते हैं।
| स्तंभ- 1 | स्तंभ-2 |
|---|---|
| 1. अफ्रीका | 3. यह एशिया के बाद दुनिया का सबसे बड़ा महाद्वीप है। |
| 2. नैरोबी | 1. यह अफ्रीका महाद्वीप के एक देश ‘केन्या’ की राजधानी है। |
| 3. रक्तचाप | 4. यह रक्त वाहिनियों अर्थात नसों में बहते रक्त द्वारा उनकी दीवारों पर डाले गए दबाव का नाम है। |
| 4. बी. ओ. ए. सी. | 6. यह ‘ब्रिटिश ओवरसीज एयरवेजे कॉरपोरेशन’ नाम का छोटा रूप है। यह एक बहुत पुरानी विदेशी विमान कंपनी थी। |
| 5. भूमध्य रेखा | 7. यह पृथ्वी के चारों ओर एक काल्पनिक वृत्त है जो पृथ्वी को दो भागों में बाँटता है- उत्तरी भाग और दक्षिणी भाग। |
| 6. देशांतर रेखा | 9. ये ग्लोब पर उत्तर से दक्षिण की ओर खींची जाने वाली काल्पनिक रेखाएँ हैं। ये उत्तरी ध्रुव को दक्षिणी ध्रुव से मिलाती हैं। |
| 7. तुलसीदास | 2. यह श्रीराम के जीवन पर आधारित अमर ग्रंथ ‘रामचरितमानस’ लिखने वाले कवि का नाम है। |
| 8. क्रेयोल | 5. यह दो भाषाओं के मिलने से बनी नई भाषा का नाम है। |
| 9. काँवर | 8. यह बाँस का एक मज़बूत डंडा होता है जिसे काँवट या बहंगी भी कहा जाता है, जिसके दोनों सिरों पर बँधी हुई दो टोकरियों या छीकों में यात्री गंगाजल या अन्य वस्तुएँ भरकर ले जाते हैं। |
यात्रा – वृत्तांत की रचना
“इतने में कोई मील-भर की दूरी पर हिरनों का एक झुंड दिखाई पड़ा। अब दो जवान सिंह उठे और दो ओर को चल दिए। एक तो थोड़ा-सा आगे बढ़कर एक जगह बैठ गया, लेकिन दूसरा घास के बीच छिपता हुआ मोर्चे पर आगे बढ़ने लगा । ” इन वाक्यों को पढ़कर ऐसा लगता है मानो हम लेखक की आँखों से स्वयं वह दृश्य देख रहे हैं। मानो हम स्वयं भी उस स्थान की यात्रा कर रहे हैं, जहाँ का वर्णन लेखक ने किया है। यह इस यात्रा – वृत्तांत की एक महत्वपूर्ण विशेषता है। यदि आप इस यात्रा – वृत्तांत को थोड़ा और ध्यान से पढ़ेंगे तो आपको और भी बहुत-सी विशेषताएँ पता चलेंगी ।
इस पाठ को एक बार फिर से पढ़िए और इसकी रचना पर ध्यान दीजिए। आपको जो विशेष बातें दिखाई दें, उन्हें आपस में साझा कीजिए और लिख लीजिए। जैसे- लेखक ने बताया है कि वह एक स्थान से दूसरे स्थान तक कैसे और कब पहुँचा ।
उत्तर –
(क) लेखक ने अपनी यात्रा के दौरान देखे गए स्थानों का जीवंत और सटीक वर्णन किया है, जिससे पाठक भी वहाँ उपस्थित होने का अनुभव करता है।
(ख) लेखक ने सिंहों और हिरनों के व्यवहार का इतना स्पष्ट चित्रण किया है कि प्राकृतिक दृश्य पाठक की आँखों के सामने साकार हो जाता है।
(ग) यात्रा-वृत्तांत में लेखक ने यात्रा के समय, स्थान और परिवहन के साधनों का उल्लेख करके वर्णन को प्रामाणिक बनाया है।
(घ) मॉरिशस की संस्कृति, लोगों के रहन-सहन और भारतीय परंपराओं (जैसे शिवरात्रि) का वर्णन करके लेखक ने वहाँ के सामाजिक जीवन को भी दर्शाया है।
अनुमान या कल्पना से
अपने समूह में मिलकर चर्चा कीजिए-
(क) “ मॉरिशस वह देश है, जहाँ बनारस भी है, गोकुल भी है और ब्रह्मस्थान भी।”
मॉरिशस में लोगों ने गली-मोहल्लों के नाम इस तरह के क्यों रखे होंगे?
उत्तर – मॉरिशस में भारतीय मूल के लोगों ने अपने गली-मोहल्लों के नाम बनारस, गोकुल और ब्रह्मस्थान जैसे भारतीय स्थानों के नाम पर रखे क्योंकि वे अपनी पुरानी भारतीय जड़ों और संस्कृति से जुड़े रहना चाहते थे। इन नामों से उन्हें अपने पूर्वजों की धरती के साथ एक भावनात्मक संबंध बनाए रखने में मदद मिली। ये नाम उनकी धार्मिक आस्था और परंपराओं को भी दर्शाते हैं, जिसे वे विदेशी धरती पर भी जीवित रखना चाहते थे। इन नामों के माध्यम से वे अपनी पहचान और विरासत को भी सुरक्षित रखते हैं।
(ख) “कोई सात – आठ सिंह लेटे या सोए हुए थे और उन्हें घेरकर आठ-दस मोटरें खड़ी थीं। ”
उत्तर – पर्यटकों के निरंतर आने-जाने से जंगली जानवरों के स्वाभाविक व्यवहार में परिवर्तन आता है। सिंह जैसे जानवर जो आमतौर पर मनुष्यों से दूर रहते हैं, वे अब पर्यटकों की मौजूदगी में अभ्यस्त हो गए हैं और उनके प्रति उदासीन रहने लगे हैं। जानवरों का प्राकृतिक आहार व्यवहार भी बदल सकता है, जैसे कुछ जानवर पर्यटकों से मिलने वाले खाने पर निर्भर हो जाते हैं। लगातार मानवीय हस्तक्षेप से जानवरों में तनाव बढ़ सकता है और उनका प्राकृतिक जीवनचक्र प्रभावित हो सकता है।
(ग) “हिरनों का एक झुंड दिखाई पड़ा, जिनके बीच एक जिराफ़ बिल्कुल बेवकूफ़ की तरह खड़ा था।”
सिंहों के आस-पास होने के बाद भी जिराफ़ क्यों खड़ा रहा होगा?
उत्तर – जिराफ़ हिरनों के झुंड के बीच अधिक सुरक्षित महसूस करता है क्योंकि सामूहिक रूप से वे खतरे को जल्दी पहचान सकते हैं। जिराफ़ की लंबी गर्दन दूर से खतरे को देखने में मदद करती है, जिससे पूरे झुंड को सतर्क रहने में सहायता मिलती है। सिंह आमतौर पर अकेले जिराफ़ को शिकार बनाने की बजाय हिरन को अधिक आसान शिकार मानते हैं। जिराफ़ अपनी लंबाई और शक्तिशाली लातों के कारण स्वयं को सुरक्षित मानता है।
(घ) “मॉरिशस के मध्य में एक झील है, जिसका संबंध हिंदुओं ने परियों से बिठा दिया है और उस झील का नाम अब परी–तालाब हो गया है।”
उत्तर – झील का नाम ‘परी-तालाब’ इसलिए रखा गया होगा क्योंकि इसकी प्राकृतिक सुंदरता इतनी मनमोहक है कि लोगों को लगता था यहाँ परियाँ निवास करती हैं। भारतीय लोककथाओं में परियों को सुंदर जल स्रोतों से जोड़ने की परंपरा रही है। भारतीय मूल के लोगों ने अपनी संस्कृति की कल्पनाशीलता और आध्यात्मिक मान्यताओं को नए देश में भी जीवित रखा। यह नामकरण उनके द्वारा प्रकृति के साथ रचनात्मक और आध्यात्मिक संबंध स्थापित करने का प्रयास था।
(ङ) आपको यह जानकार आश्चर्य होगा कि लगभग 50 साल पहले ‘परी–तालाब’ का नाम बदलकर ‘गंगा–तालाब’ कर दिया गया है। मॉरिशस के लोगों ने यह नाम क्यों रखा होगा ?
उत्तर – मॉरिशस के लोगों ने झील का नाम ‘गंगा-तालाब’ इसलिए रखा क्योंकि गंगा नदी भारतीय संस्कृति में सबसे पवित्र नदी मानी जाती है। वे इस झील को भी उसी पवित्रता से जोड़ना चाहते थे। भारतीय मूल के लोगों के लिए गंगा सिर्फ एक नदी नहीं बल्कि उनकी आस्था और धार्मिक पहचान का प्रतीक है। इस नामकरण से वे अपनी भारतीय विरासत और धार्मिक मूल्यों को विदेशी धरती पर जीवित रखने का प्रयास करते हैं।
शब्दों की बात
नीचे शब्दों से जुड़ी कुछ गतिविधियाँ दी गई हैं। इन्हें करने के लिए आप शब्दकोश, पुस्तकालय, अपने शिक्षकों और साथियों की सहायता भी ले सकते हैं।
संज्ञा के स्थान पर
(क) “हिरनों ने ताड़ लिया कि उन पर सिंहों की नज़र पड़ रही है। अतएव वे चरना भूलकर चौकन्ने हो उठे।”
उत्तर – इन पंक्तियों में रेखांकित शब्द ‘उन’ और ‘वे’ हिरनों के लिए प्रयोग किए गए हैं। ये शब्द सर्वनाम हैं क्योंकि ये संज्ञा शब्द ‘हिरन’ के स्थान पर प्रयोग किए गए हैं। सर्वनाम शब्द वाक्य में बार-बार एक ही संज्ञा को दोहराने से बचाते हैं और वाक्य को सुंदर बनाते हैं। इस वाक्य में ‘उन’ अन्य पुरुषवाचक सर्वनाम है और ‘वे’ भी अन्य पुरुषवाचक सर्वनाम है, जो हिरनों की ओर संकेत करते हैं।
(ख) ऊपर दिए गए दोनों वाक्यों को सर्वनाम की जगह संज्ञा शब्द लगाकर लिखिए।
उत्तर – “हाँ, बच्चे हाफ पैंट पहन सकते हैं, लेकिन गांधी टोपी उस दिन बच्चों को भी पहननी पड़ती है।”
“भारतीयों ने अत्याचार तो सहे, लेकिन प्रलोभनों को ठुकरा दिया। भारतीय अपने धर्म पर डटे रहे और जिस द्वीप में भगवान ने भारतीयों को भेज दिया था, उस द्वीप को भारतीयों ने छोटा-सा हिंदुस्तान बना डाला।”
दूसरे वाक्य में सर्वनाम ‘वे’, ‘उन्हें’ और ‘उन्होंने’ के स्थान पर संज्ञा शब्द ‘भारतीय’ और ‘भारतीयों’ का प्रयोग किया गया है।
पहचान पाठ के आधार पर
आपने इस यात्रा–वृत्तांत में तीन देशों के नाम पढ़े हैं – भारत, केन्या और मॉरिशस। पुस्तकालय या कक्षा में उपलब्ध मानचित्र पर भारत को तो आप सरलता से पहचान ही लेंगे। पाठ में दी गई जानकारी के आधार पर बाकी दोनों देशों को पहचानिए।
उत्तर – विद्यार्थी इस प्रश्न को स्वयं करे।
पाठ से आगे
आपकी बात
(क) “वहाँ जो कुछ देखा, वह जन्मभर कभी नहीं भूलेगा।” क्या आपने कभी ऐसा कुछ देखा, सुना या पढ़ा है जिसके बारे में आपको लगता है कि आप उसे कभी नहीं भूल सकेंगे? उसके बारे में अपने समूह में बताइए ।
उत्तर – विद्यार्थी इस प्रश्न का उत्तर स्वयं दे।
(ख) “हमें अफ्रीका के शेरों से मुलाकात कर लेनी चाहिए।”
‘मुलाकात’ शब्द का अर्थ है- ‘मिलना’। लेकिन यहाँ ‘मुलाकात’ शब्द का भाव है- शेरों को पास से देखना । इसके लिए ‘अपनी आँखों से देखना’, ‘सजीव देखना’, ‘भेंट करना’ आदि शब्दों का प्रयोग भी किया जाता है। अपनी बात को और अधिक सुंदर और अनोखा रूप देने के लिए शब्दों के इस प्रकार के प्रयोग किए जाते हैं।
आपने अब तक किन-किन पशु-पक्षियों से ‘मुलाकात’ की है? वह मुलाकात कहाँ हुई थी? बताइए ।
उत्तर – विद्यार्थी इस प्रश्न का उत्तर स्वयं दे।
(ग) “यह ऐसी सफलता की बात है, जिस पर सभी भारतीयों को गर्व होना चाहिए।” आपको किन-किन बातों पर गर्व होता है? बताइए ।
उत्तर – विद्यार्थी इस प्रश्न का उत्तर स्वयं दे।
कक्षा और घर की भाषाएँ
“प्रायः सभी भारतीय भोजपुरी बोलते अथवा उसे समझ लेते हैं। यहाँ तक कि भारतीयों के पड़ोस में रहने वाले चीनी भी भोजपुरी बखूबी बोल लेते हैं।”
भारत एक बहुभाषी देश है। भारत में लगभग सभी व्यक्ति एक से अधिक भाषाएँ बोल या समझ लेते हैं।
आप कौन-कौन सी भाषाएँ बोल–समझ लेते हैं? आपके मित्र कौन-कौन सी भाषाएँ बोल–समझ लेते हैं? इसके बारे में यहाँ दी गई तालिका को पूरा कीजिए-

(संकेत- इस तालिका को पूरा करने के लिए आपको अपने मित्रों और परिजनों से पूछताछ करनी होगी। पहले भाषाओं के नाम लिखने हैं, बाद में उन नामों को गिनकर उनकी कुल संख्या लिखनी है | )
उत्तर – विद्यार्थी स्वयं करें।
प्रशंसा या सराहना विभिन्न प्रकार से
“यह द्वीप हिंद महासागर का मोती है, भारत – समुद्र का सबसे खूबसूरत सितारा है।”
इस पाठ में लेखक ने मॉरिशस की सराहना में यह वाक्य लिखा है | सराहना करने के लिए ‘दिनकर’ ने द्वीप की तुलना मोती और तारे से की है।
किसी की सराहना अनेक प्रकार से की जा सकती है। आप आगे दी गई तालिका को पूरा कीजिए। पहले नाम लिखिए, फिर इनकी प्रशंसा में एक-एक वाक्य लिखिए। शर्त यह है कि प्रत्येक बार अलग तरह से प्रशंसा करनी है-
सराहना की तालिका

उत्तर – विद्यार्थी स्वयं करें।
चित्रात्मक सूचना ( इंफोग्राफिक्स)
नीचे दिए गए चित्र को देखिए। इसमें चित्रों के साथ-साथ बहुत कम शब्दों में कुछ जानकारी दी गई है। इसे ‘चित्रात्मक सूचना’ कहते हैं ।

(क) इस ‘चित्रात्मक सूचना’ के आधार पर मॉरिशस के बारे में एक अनुच्छेद लिखिए।
उत्तर – मॉरिशस हिंद महासागर में स्थित एक सुंदर द्वीप देश है, जो अपने इतिहास में पुर्तगाली, फ्रांसीसी और ब्रिटिश शासन के अधीन रहा। 1810 से 1968 तक वहाँ ब्रिटिश राज था, जिस दौरान नवंबर 1834 में पहली बार ‘एटलस’ नामक जहाज से भारतीय मजदूरों को ऊख के खेतों में काम करने के लिए वहाँ लाया गया। इसी कारण उस दिन को ‘इंडियन अराइवल डे’ के रूप में मनाया जाता है। समय के साथ भारतीयों की संख्या बढ़कर कुल आबादी का 68 प्रतिशत हो गई, जिनमें अधिकांश बिहार से थे, साथ ही तमिल, तेलुगु और मराठी मूल के लोग भी बड़ी संख्या में थे।
मॉरिशस की संस्कृति, भाषा और परंपराओं में भारतीयता स्पष्ट रूप से दिखाई देती है, जहाँ भोजपुरी-हिंदी गीतों और फिल्मों का विशेष महत्व है। 1967 में भारतीय मूल के सर शिवसागर राम गुलाम के प्रधानमंत्री बनने के साथ ही वहाँ “जय हिंद” का नारा गूँज उठा और भारतीय मूल के लोगों के लिए गर्व का क्षण बन गया।
(ख) अपनी पसंद के किसी विषय पर इसी प्रकार की ‘चित्रात्मक सूचना’ की रचना कीजिए, जैसे- आपका विद्यालय, कोई विशेष दिवस, आपके जीवन की कोई विशेष घटना आदि।
(संकेत – यह कार्य आप अपने समूह में मिलकर कर सकते हैं। इसके लिए आप किसी कागज़ पर चित्र चिपका सकते हैं और सूचना को कलात्मक रूप से कम शब्दों में लिख सकते हैं। चित्र बनाए भी जा सकते हैं। आप यह कार्य कंप्यूटर या मोबाइल फोन की सहायता से भी कर सकते हैं।)
उत्तर – विद्यार्थी स्वयं करें।
हस्ताक्षर
आप जानते ही हैं कि यह पाठ हिंदी के प्रसिद्ध लेखक रामधारी सिंह ‘दिनकर’ ने लिखा है। वे अपने नाम को कुछ इस प्रकार लिखते थे-

अपनी पहचान प्रकट करने के लिए अपने नाम को किसी विशेष प्रकार से लिखने को हस्ताक्षर कहते हैं। हस्ताक्षर का प्रयोग व्यक्ति को जीवनभर अनेक कार्यों के लिए करना होता है। आपके विद्यालय में भी आपसे हस्ताक्षर करवाए जाते होंगे। आप प्रार्थना-पत्रों के अंत में भी अपने हस्ताक्षर करते होंगे।
हो सकता है अभी आपने अपने हस्ताक्षर निर्धारित न किए हों। यदि नहीं भी किए हैं तो कोई बात नहीं। आप चाहें तो आज भी अपने हस्ताक्षर निर्धारित कर सकते हैं।
नीचे दिए गए स्थान पर अपने हस्ताक्षर पाँच बार कीजिए। ध्यान रखें कि आपके हस्ताक्षर एक जैसे हों, अलग-अलग न हों।
उत्तर – विद्यार्थी स्वयं करें।
पत्र
यहाँ ‘दिनकर’ का लिखा एक पत्र दिया जा रहा है। इसे पढ़िए और प्रश्नों के उत्तर लिखिए। पत्र पढ़कर नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर अपने समूह में मिल कर खोजिए-
नई दिल्ली
8-7-67
मान्यवर चतुर्वेदी जी,
आपका कृपा-पत्र मिला । मेरा स्वास्थ्य इधर बहुत गिर गया है और संयम के बावजूद तेज़ी से सुधर नहीं रहा है। मेरा चित्त अभी भी दबा हुआ है। ऐसी अवस्था में मैंने दो सप्ताह के लिए मॉरिशस जाना स्वीकार कर लिया है। 15 जुलाई को प्रस्थान करना है। लौटना शायद 5 अगस्त तक हो ।
आपके आशीर्वाद की कामना करता हूँ ।
आपका दिनकर
सफ़दरजंग लेन, नई दिल्ली
(क) पत्र किसने लिखा है?
उत्तर – पत्र दिनकर जी ने लिखा है।
(ख) पत्र किसे लिखा गया है?
उत्तर – पत्र चतुर्वेदी जी को लिखा गया है।
(ग) पत्र किस तिथि को लिखा गया है ?
उत्तर – पत्र 8 जुलाई सन् 1967 को लिखा गया है।
(घ) पत्र किस स्थान से लिखा गया है ?
उत्तर – पत्र ‘सफ़दरजंग लेन, नई दिल्ली से लिखा गया है।
(ङ) पत्र पाने वाले के नाम से पहले किस शब्द का प्रयोग किया गया है ?
उत्तर – पत्र पाने वाले के लाम से पहले ‘मान्यवर’ शब्द का प्रयोग किया गया है।
(च) पत्र – लेखक ने अपने नाम से पहले अपने लिए क्या शब्द लिखा है?
उत्तर – पत्र – लेखक ने अपने नाम से पहले अपने लिए ‘ आपका’ शब्द लिखा है।
उलझन सुलझाओ
(क) “जहाज़ नैरोबी से चार बजे शाम को उड़ा और पाँच घंटों की निरंतर उड़ान के बाद जब वह मॉरिशस पहुँचा, तब वहाँ रात के लगभग दस बज रहे थे।”
जहाज़ नैरोबी से शाम 4 बजे उड़ा तो उसे 5 घंटों की उड़ान के बाद रात 9 बजे मॉरिशस पहुँचना चाहिए था। लेकिन वह पहुँचा लगभग दस बजे । क्यों?
उत्तर – नैरोबी और मॉरिशस के बीच समय क्षेत्र (टाइम ज़ोन) का अंतर होने के कारण ऐसा हुआ। नैरोबी की तुलना में मॉरिशस का समय लगभग एक घंटा आगे है, इसलिए नैरोबी के समयानुसार 9 बजे वहाँ 10 बजे हो जाते हैं। यही कारण है कि 5 घंटे की उड़ान के बाद भी जहाज़ मॉरिशस में रात के 10 बजे पहुँचा।
(ख) नीचे दो घड़ियों के चित्र दिए गए हैं। एक घड़ी भारत के समय को दिखा रही है। दूसरी घड़ी दिखा रही है कि उसी समय मॉरिशस में कितने घंटे और मिनट हुए हैं। इन घड़ियों के अनुसार नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए-

1. भारत में क्या समय हुआ है?
उत्तर – भारत की घड़ी में 5:20 मिनट हुए हैं।
2 . मॉरिशस में क्या समय हुआ है?
उत्तर – मॉरिशस की घड़ी में 3:50 मिनट हुए हैं।
3 . मॉरिशस और भारत के समय में कितने घंटे और मिनट का अंतर है?
उत्तर – मॉरिशस और भारत के समय में 1 घंटा 30 मिनट का अंतर है।
4 . सूर्योदय भारत में पहले होगा या मॉरिशस में?
उत्तर – भारत में पहले सूर्योदय होगा ।
5 . जिस समय भारत में दोपहर के 12 बजे होंगे, उस समय मॉरिशस की घड़ियाँ कितना समय दिखा रही होंगी?
उत्तर – 10:30 मिनट ।