Free Bihar Board Class 6 Sanskrit Chapter 8 Solutions is available here. You will get complete questions and answers of chapter 8 – “बुद्धिः सर्वार्थसाधिका”, from the new Sanskrit Book दीपकम् (Deepakam). This follows the updated syllabus of Bihar Board.
“बुद्धिः सर्वार्थसाधिका” अध्याय एक छोटी नैतिक कहानी है जो दर्शाती है कि कैसे बुद्धि बल से कहीं अधिक कठिन समस्याओं को हल कर सकती है। इस कहानी में जानवर या बच्चे बुद्धिमानी का उपयोग करके चुनौतियों पर विजय प्राप्त करते हैं। इस अध्याय में बुद्धि, समाधान और निर्णय लेने से संबंधित शब्दों पर विशेष ध्यान दिया गया है। इसमें एक चिंतन अनुभाग भी है जहां विद्यार्थियों से पूछा जाता है कि वे इसी तरह की परिस्थितियों का समाधान कैसे करेंगे। नीचे “बुद्धिः सर्वार्थसाधिका” अध्याय के प्रश्न और उत्तर दिए गए हैं।

Bihar Board Class 6 Sanskrit Chapter 8 Solutions
| Class | 6 |
| Subject | Sanskrit (दीपकम्) |
| Chapter | 8. बुद्धिः सर्वार्थसाधिका |
| Board | Bihar Board |
वयम् अभ्यासं कुर्मः
१. पाठस्य आधारेण अधोलिखितानां प्रश्नानाम् उत्तराणि एकपदेन लिखन्तु ।
(पाठ के आधार पर प्रश्नों के उत्तर एक शब्द में लिखें:)
(क) सरोवरस्य तीरे सुकोमलभूमौ बिलेषु के निवसन्ति ?
(सरोवर के किनारे, मुलायम ज़मीन के बिलों में कौन रहते हैं?)
उत्तरम्: शशका: (खरगोश)
(ख) केषां परिभ्रमणेन शशकाः क्षतविक्षताः मृताः च भवन्ति ?
(किसके घूमने से खरगोश घायल और मारे जाते हैं?)
उत्तरम्: गजानां (हाथी)
(ग) शशकराजः कस्य समीपं गच्छति?
(खरगोशों का राजा किसके पास जाता है?)
उत्तरम्: गजराजस्य (हाथी का राजा)
(घ) के स्वमतं प्रकाशयन्ति ?
(अपनी राय कौन व्यक्त करते हैं?)
उत्तरम्: शशका: (खरगोश)
(ङ) कः चन्द्रं नमति ?
(कौन चाँद को नमस्कार करता है?)
उत्तरम्: गजराजः (हाथी का राजा)
(च) के सुखेन तिष्ठन्ति ?
(कौन आराम से रहते हैं?)
उत्तरम्: शशका: (खरगोश)
२. पूर्णवाक्येन उत्तराणि लिखन्तु । (पूर्ण वाक्य में उत्तर दें:)
(क) चन्द्रः कदा प्रसन्नः भवति ? (चाँद कब खुश होता है?)
उत्तरम्: यदा शशका: जीवन्ति तदा एव चन्द्रः प्रसन्नः भवति । (जब खरगोश जीवित रहते हैं, तब ही चाँद खुश होता है।)
(ख) सायङ्काले केषां सभा भवति ? (शाम को किसकी सभा होती है?)
उत्तरम्: सायङ्काले शशकानां सभा भवति । (शाम को खरगोशों की सभा होती है।)
(ग) शशकाः किमर्थम् उपायं चिन्तयन्ति ? (खरगोश किस उद्देश्य से उपाय सोचते हैं?)
उत्तरम्: शशकाः स्वरक्षार्थम् उपायं चिन्तयन्ति । (खरगोश अपनी सुरक्षा के लिए उपाय सोचते हैं।)
(घ) चन्द्रः केन नाम्ना प्रसिद्धः अस्ति ? (चाँद किस नाम से प्रसिद्ध है?)
उत्तरम्: चन्द्रः ‘शशाङ्कः’ इति नाम्ना प्रसिद्धः अस्ति । (चाँद “शशाङ्क” नाम से प्रसिद्ध है।)
(ङ) “आम्, चन्द्रस्य दर्शनाय आवाम् अधुना एव सरोवरं प्रति चलाव:” इति कः कथयति ?
(“हाँ, चाँद को देखने के लिए हम अभी सरोवर की ओर चलें।” यह कौन कहता है?)
उत्तरम्: “आम्, चन्द्रस्य दर्शनाय आवाम् अधुना एवं सरोवरं प्रति चलावः । ” इति शशकः कथयति ।
(“हाँ, चाँद को देखने के लिए हम अभी सरोवर की ओर चलें।” यह बात खरगोश कहता है।)
३. पाठस्य आधारेण पट्टिकातः क्रियापदानि चित्वा वाक्यानि पूरयन्तु ।
(पाठ के आधार पर पट्टिका से क्रियाएँ चुनकर वाक्य पूर्ण करें:)
(क) किं चन्द्रः सरोवरे ………….. । (चाँद सरोवर में क्या कर रहा है?)
उत्तरम्: तिष्ठति (तैर रहा है।)
(ख) सर्वे शशका: उपाय ……….. । (सभी खरगोश क्या उपाय सोचते हैं?)
उत्तरम्: चिन्तयन्ति (सोचते हैं।)
(ग) सायंकाले शशकानां सभा ……… । (शाम को खरगोशों की सभा क्या होती है?)
उत्तरम्: भवति (होती है।)
(घ) शशकाः सरोवरस्य तीरे ……… । (खरगोश सरोवर के किनारे क्या करते हैं?)
उत्तरम्: निवसन्ति (रहते हैं।)
(ङ) सः गजराजं ………. । (वह गजराज से क्या कहता है?)
उत्तरम्: कथयति (बात करता है।)
४. उदाहरणानुसारं निम्नलिखितानां पदानां वचनं पुरुषं च लिखन्तु ।
(उदाहरण अनुसार निम्नलिखित शब्दों के वचन और पुरुष लिखें:)
| पदम् | पुरुषः | वचनम् |
| यथा – चिन्तयति | प्रथमपुरुषः | बहुवचनम् |
| तिष्ठन्ति | प्रथमपुरुषः | बहुवचनम् |
| जीवन्ति | प्रथमपुरुषः | बहुवचनम् |
| नमति | प्रथमपुरुषः | एकवचनम् |
| कथयति | प्रथमपुरुषः | एकवचनम् |
| गच्छति | प्रथमपुरुषः | एकवचनम् |
५. उदाहरणानुसारं समुचितैः क्रियापदैः रिक्तस्थानान पूरयन्तु।
उत्तरम्:
| धातुः | एकवचनम् | द्विवचनम् | बहुवचनम् |
| यथा- गम् | गच्छति | गच्छतः | गच्छन्ति |
| कथ् | कथयति | कथयतः | कथयन्ति |
| स्था | तिष्ठति | तिष्ठतः | तिष्ठन्ति |
| कृ | करोमि | कुर्वः | कुर्मः |
| जीव् | जीवति | जीवतः | जीवन्ति |
| चल् | चलामि | चलाव: | चलामः |
६. चित्रस्य आधारेण पञ्च वाक्यानि लिखन्तु ।

उत्तरम्:
(क) एतत् चित्रम् उपवनस्य अस्ति। (यह चित्र उपवन का है।)
(ख) एष: वृक्ष: सेवफलस्य अस्ति । (यह पेड़ सेब का है।)
(ग) वृक्षस्य अधः सेवफलानि सन्ति । (पेड़ के नीचे सेब हैं।)
(घ) सेवफलानि खादित्वा बालकाः प्रसन्नाः भवन्ति । (सेब खाकर बच्चे प्रसन्न हो जाते हैं।)
(ङ) सेवफलस्य वर्णः रक्तः अस्ति । (सेब का रंग लाल होता है।)
७. अधोलिखितानां पर्यायपदानां मेलनं कृत्वा रिक्तस्थानानि पूरयन्तु ।
उत्तरम्:
(क) गजः = हस्ती (हाथी)
(ख) पदम् = चरण: (पैर/चरण)
(ग) चन्द्रः = शशाङ्क: (चाँद)
(घ) सरोवर: = जलाशय: (तालाब/झील)
(ङ) प्रजा = जनता (जनता)