Bihar Board Class 6 Hindi Chapter 8 Solutions – सत्रिया और बिहू नृत्य (New Book)

Here we have given free Bihar Board Class 6 Hindi Chapter 8 Solutions. This provides complete questions and answers of chapter 8 – “सत्रिया और बिहू नृत्य” for free. It follows the new book of Bihar Board class 6 Hindi मल्हार (Malhar) (NCERT Based).

“सत्रिया और बिहू नृत्य” एक रोचक कहानी है जो हमें असम की समृद्ध नृत्य परंपराओं से परिचित कराती है। यह कहानी एंजेला नामक एक लड़की की है जो लंदन से असम आती है और यहाँ के बिहू नृत्य व सत्रिया नृत्य की खूबसूरती को खोजती है। इस कहानी में आप पढ़ेंगे कि कैसे एंजेला को असम के रंग-बिरंगे त्योहारों और सांस्कृतिक विरासत से प्यार हो जाता है। आप जानेंगे बिहू नृत्य की धूम और सत्रिया नृत्य की गरिमा के बारे में, जो सदियों पुरानी परंपराओं को जीवित रखे हुए हैं। “सत्रिया और बिहू नृत्य” के प्रश्न उत्तर नीचे दिए गए हैं जो आपको इस सुंदर कहानी को बेहतर ढंग से समझने में मदद करेंगे।

Bihar Board Class 6 Hindi Chapter 8 Solutions New Edition

Bihar Board Class 6 Hindi Chapter 8 – सत्रिया और बिहू नृत्य

Class6
SubjectHindi – मल्हार (Malhar)
Chapter8. सत्रिया और बिहू नृत्य
BoardBihar Board

पाठ से

आइए, अब हम इस कविता पर विस्तार से चर्चा करें। आगे दी गई गतिविधियाँ इस कार्य में आपकी सहायता करेंगी।

मेरी समझ से

(क) नीचे दिए गए प्रश्नों का सटीक उत्तर कौन-सा है? उसके सामने तारा (★) बनाइए-

(1) माँ एलेसेंड्रा के बारे में कौन-सा कथन सत्य है?

  • वे असम के जीवन के बारे में बहुत-कुछ जानती थीं।
  • उन्हें असम, बिहू और सत्रिया नृत्य से बहुत प्रेम था।
  • उन्होंने एंजेला को कुछ असमिया शब्द भी सिखाए ।
  • वे अपने कार्य में सहायता के लिए बेटी कोलाई थीं।

उत्तर – वे असम के जीवन के बारे में बहुत कुछ जानती थीं। (★)

(2) “अनु और एंजेला ने तुरंत एक-दूसरे की तरफ देखा।” क्यों?

  • अनु के पास खिलौने थे।
  • दोनों की आयु एक समान थी ।
  • दोनों को अंग्रेज़ी भाषा आती थी ।
  • एंजेला अनु से असमिया भाषा सीखना चाहती थी ।

उत्तर – दोनों की आयु एक समान थी। (★)

(ख) अब अपने मित्रों के साथ चर्चा कीजिए और कारण बताइए कि आपने ये उत्तर ही क्यों चुने?

उत्तर – विद्यार्थी इस प्रश्न का उत्तर स्वयं दे।

मिलकर करें मिलान

पाठ में से कुछ शब्द चुनकर स्तंभ 1 में दिए गए हैं। उनसे संबंधित वाक्य स्तंभ 2 में दिए गए हैं। अपने समूह में इन पर चर्चा कीजिए और रेखा खींचकर शब्दों का मिलान उपयुक्त वाक्यांशों से कीजिए। इसके लिए आप शब्दकोश, इंटरनेट या अपने शिक्षकों की सहायता ले सकते हैं।

उत्तर –

स्तंभ 1स्तंभ 2
1. सत्र6. ये असम के मठ हैं। इनकी संख्या पाँच सौ से भी ज्यादा है। ये पूजा-पाठ और धार्मिक गतिविधियों के स्थान हैं। सत्रिया नृत्य की उत्पत्ति इन्हीं सत्रों में हुई है।
2. बोहाग बिहू4. असम में मनाया जाने वाला एक त्योहार । यह असम में नए साल की शुरुआत और बसंत के आगमन का प्रतीक है।
3. लंदन2. ‘यूनाइटेड किंगडम’ और ‘इंग्लैंड’ की राजधानी।
4. गुवाहाटी5. भारत के असम राज्य का एक प्राचीन और सबसे बड़ा नगर है।
5. ब्रिटिश अकादमी3. ‘यूनाइटेड किंगडम’ देश की एक सरकारी संस्था |
6. बीसवीं शताब्दी1. ग्रेगरी कैलेंडर के अनुसार 1 जनवरी 1901 से 31 दिसंबर 2000 तक का समय।

पंक्तियों पर चर्चा

पाठ में से चुनकर कुछ पंक्तियाँ नीचे दी गई हैं। इन्हें ध्यान से पढ़िए और इन पर विचार कीजिए। आपको इनका क्या अर्थ समझ में आया? अपने विचार अपनी कक्षा में साझा कीजिए और लिखिए।

(क) “असम, भारत के पूर्वोत्तर क्षेत्र में है, जिसे अपने वन्य जीवन, रेशम और चाय के बागानों के लिए जाना जाता है। इसके साथ असम में नृत्य की भी एक समृद्ध परंपरा है।

उत्तर – असम भारत के सात पूर्वोत्तर राज्यों में सबसे बड़ा है और ब्रह्मपुत्र नदी की घाटी में बसा है। यह एक सींग वाले गैंडे, हाथियों और बाघों जैसे दुर्लभ जानवरों का घर है, जिन्हें काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में देखा जा सकता है। असम दुनिया की सर्वोत्तम चाय का उत्पादक है और मुगा रेशम के लिए भी प्रसिद्ध है। बिहू नृत्य असम की संस्कृति का महत्वपूर्ण हिस्सा है, जिसे फसल के मौसमों के दौरान उत्साह से मनाया जाता है।

(ख) “पूरी दुनिया की संस्कृतियों में लोग नृत्य और संगीत से अपनी भावनाओं को व्यक्त करते हैं।”

उत्तर – संगीत और नृत्य मानव अभिव्यक्ति के सबसे प्राचीन रूप हैं जो हजारों वर्षों से सभी संस्कृतियों में मौजूद हैं। ये कला रूप खुशी, दुख, प्रेम और आध्यात्मिकता जैसी भावनाओं को शब्दों से परे व्यक्त करने का माध्यम बनते हैं। भारत में कथक, भरतनाट्यम और ओडिसी जैसे शास्त्रीय नृत्य हमारी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का हिस्सा हैं। दुनिया भर में त्योहारों, धार्मिक अनुष्ठानों और सामाजिक समारोहों में नृत्य और संगीत समुदायों को एकजुट करने का काम करते हैं।

सोच-विचार के लिए

निबंध को एक बार फिर से पढ़िए और निम्नलिखित के बारे में पता लगाकर अपनी लेखन पुस्तिका में लिखिए-

(क) “एंजेला के मन में कई तरह के विचार चल रहे थे।”
उसके मन में कौन-कौन से विचार चल रहे होंगे?

उत्तर – एंजेला के मन में असम की अनोखी संस्कृति और जीवनशैली के बारे में विस्मय भरे विचार आ रहे थे। वह बिहू नृत्य सीखने की खुशी और इसे अपने लंदन के दोस्तों को दिखाने की उत्सुकता महसूस कर रही थी। उसके मन में सत्रिया नृत्य के बारे में अधिक जानने की जिज्ञासा भी थी। एंजेला अपने कैमरे में असम की खूबसूरत यादें संजोकर ले जाने के बारे में भी सोच रही थी। साथ ही, वह इस अलग संस्कृति के अनुभव को अपने स्कूल में साझा करने की योजना बना रही थी।

(ख) “बिहू एक कृषि आधारित त्योहार है।” कैसे?

उत्तर – बिहू असम में खेती के तीन प्रमुख चरणों पर मनाया जाता है – बोहाग बिहू (अप्रैल) जो नए फसल वर्ष की शुरुआत का प्रतीक है, माघ बिहू (जनवरी) जो फसल कटाई के बाद मनाया जाता है, और कटी बिहू (अक्टूबर) जो बुवाई के समय मनाया जाता है। इन सभी बिहू त्योहारों में किसान अच्छी फसल के लिए प्रकृति और देवताओं को धन्यवाद देते हैं। नृत्य, गीत और विशेष व्यंजन इन त्योहारों का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं जो सीधे कृषि गतिविधियों से जुड़े हैं।

(ग) ऐसा लगता है कि भारत से जाने के बाद भी एंजेला के मन में असम ही छाया हुआ था। पाठ से इस कथन के समर्थन के लिए कुछ उदाहरण खोजकर लिखिए।

उत्तर – लंदन लौटने के बाद भी एंजेला अपने घर पर बिहू नृत्य का अभ्यास करती रही, जिससे पता चलता है कि असम उसके मन में बसा हुआ था। वह असम में ली गई वीडियो रिकॉर्डिंग को बार-बार देखती थी और अपने मित्रों को दिखाती थी। एंजेला ने अपने स्कूल में असम के बारे में एक प्रस्तुति भी दी, जिसमें सत्रिया नृत्य की विशेषताओं का प्रदर्शन किया। उसने असम से सीखी हुई नृत्य मुद्राओं को अपने दैनिक जीवन में भी शामिल कर लिया था, जैसे खाना खाते या खेलते समय भी।

(घ) समय के बदलने के साथ-साथ सत्रिया नृत्य की परंपरा में क्या बदलाव आया है?

उत्तर – प्राचीन काल में सत्रिया नृत्य केवल पुरुष भिक्षुओं या सत्र के लड़कों द्वारा ही किया जाता था, जो एक धार्मिक अनुष्ठान का हिस्सा था। बीसवीं सदी के उत्तरार्ध में महिलाओं को भी इस नृत्य में भाग लेने की अनुमति मिली, जो एक महत्वपूर्ण सामाजिक बदलाव था। आधुनिक समय में, सत्रिया नृत्य मंदिरों से निकलकर राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर प्रदर्शित किया जाने लगा है। इसके अलावा, अब इसे धार्मिक अनुष्ठान के साथ-साथ एक कला रूप के रूप में भी मान्यता मिली है।RetryClaude can make mistakes. Please double-check responses.

निबंध की रचना

“गुवाहाटी के एक होटल में सामान्य होने के बाद वे उसी शाम पास के एक गाँव मलंग में गए। गाँव पहुँचने पर माँ ने एंजेला को बताया कि बिहू एक कृषि आधारित त्योहार है। असम में बिहू साल में तीन बार मनाया जाता है।”

इन वाक्यों में बिहू और असम का ऐसा रोचक और सरस वर्णन किया गया है कि लगता है मानो हम कोई कहानी पढ़ रहे हैं। इस निबंध में वस्तु, घटना, प्रदेश आदि का वर्णन किया गया है। इसमें जो कुछ भी स्वयं देखा गया है, उसका वर्णन किया गया है। इस प्रकार के निबंधों में घटनाओं का एक क्रम होता है। इनमें आम जीवन की बातें होती हैं। इनकी भाषा सरल होती है। उदाहरण के लिए होली, दीपावली आदि के बारे में बताना।

इस पाठ को एक बार फिर से पढ़िए और इसकी बनावट पर ध्यान दीजिए। इस पाठ की विशेषताएँ पहचानिए और अपनी कक्षा में साझा कीजिए और लिखिए, जैसे इस पाठ में लंदन से यात्रा शुरू करने से लेकर वापस लंदन पहुँचने तक के अनुभवों का वर्णन किया गया है।

उत्तर –

  • यात्रा वृत्तांत: पाठ लंदन से असम तक की यात्रा और वापसी का क्रमबद्ध वर्णन करता है, जिससे पाठकों को एक स्पष्ट भौगोलिक और सांस्कृतिक यात्रा का अनुभव मिलता है।
  • चरित्र चित्रण: दस वर्षीय एंजेला और उसकी माँ के माध्यम से लेखक ने एक नई संस्कृति को देखने और समझने का बाल दृष्टिकोण प्रस्तुत किया है, जिससे छात्र आसानी से जुड़ सकते हैं।
  • सांस्कृतिक विवरण: बिहू त्योहार और सत्रिया नृत्य का वर्णन न केवल सूचनात्मक है बल्कि रोचक तरीके से प्रस्तुत किया गया है, जिसमें कृषि से जुड़े त्योहारों का महत्व समझाया गया है।
  • सजीव दृश्य चित्रण: गाँव मलंग का माहौल, बरगद के पेड़ के नीचे इकट्ठे लोग, रंगीन परिधान और नृत्य की मुद्राएँ – सभी इतने सजीव रूप से प्रस्तुत किए गए हैं कि पाठक खुद को वहाँ महसूस करता है।
  • संवादात्मकता: एंजेला के प्रश्न और उसकी माँ के उत्तर के माध्यम से पाठकों को नई जानकारी सरलता से दी गई है।
  • सरल और प्रवाहपूर्ण भाषा: पाठ में प्रयुक्त भाषा छठी कक्षा के छात्रों के लिए उपयुक्त है, साथ ही क्षेत्रीय शब्दों का परिचय भी दिया गया है जो उनके शब्द भंडार को बढ़ाता है।
  • सांस्कृतिक संवेदनशीलता: पाठ दो भिन्न संस्कृतियों (पश्चिमी और भारतीय) के मिलन और समझ को दर्शाता है, जो बच्चों को सांस्कृतिक विविधता का महत्व सिखाता है।

अनुमान या कल्पना से

अपनी कक्षा में चर्चा कीजिए-

(क) “बिहू नृत्य और इसके उत्सव से अचंभित एंजेला और उसके परिवार ने इसके साथ-साथ लजीज पकवानों का पूरा आनंद लिया।”

एंजेला और उसका परिवार बिहू नृत्य और उसके उत्सव को देखकर अचंभित क्यों हो गया?

उत्तर – एंजेला और उसका परिवार लंदन से आए थे, जहाँ ऐसे सामूहिक उत्सव और नृत्य देखने को नहीं मिलते थे। बरगद के पेड़ के नीचे रंग-बिरंगे परिधानों में पूरा गाँव एक साथ नृत्य करते हुए, ढोल और पीपा जैसे पारंपरिक वाद्य यंत्रों की धुन पर थिरकते हुए लोगों का दृश्य उनके लिए अद्भुत था। बिहू नृत्य की तेज़ और जीवंत लय तथा नर्तकों के ऊर्जावान हाव-भाव उन्हें स्वयं में खींच रहे थे। इतनी बड़ी संख्या में लोगों का एक साथ उत्साह और समरसता से नृत्य करना उनके लिए एक नया और विस्मयकारी अनुभव था।

(ख) “जब तक एंजेला कुछ समझ पाती, तब तक वह लंदन से नई दिल्ली होते हुए गुवाहाटी की उड़ान पर थी ।” एंजेला और उसकी माँ एलेसेंड्रा ने भारत की यात्रा से पहले कौन-कौन सी तैयारियाँ की होंगी?

उत्तर – एंजेला की माँ ने सबसे पहले स्कूल से बसंत की छुट्टियों को एक हफ्ते बढ़वाने की अनुमति ली होगी। उन्होंने असम के मौसम के अनुसार कपड़े, दवाइयाँ और अन्य जरूरी सामान अपने सूटकेस में पैक किए होंगे। भारतीय वीज़ा और अन्य यात्रा दस्तावेजों की व्यवस्था करने के साथ-साथ उन्होंने इंटरनेट पर असम की संस्कृति, बिहू त्योहार और वहाँ के खान-पान के बारे में जानकारी इकट्ठा की होगी। एंजेला ने अपने कैमरे और डायरी को अपने बैग में रखा होगा ताकि वह अपनी यात्रा के अनुभवों को रिकॉर्ड कर सके

(ग) “वहाँ एक बड़े से बरगद के पेड़ के नीचे मंच बनाया गया था ।” बिहू नृत्य के लिए बरगद के पेड़ के नीचे मंच क्यों बनाया गया था।

उत्तर – बरगद का पेड़ ग्रामीण भारत में एक पारंपरिक सामाजिक केंद्र होता है जहाँ लोग अक्सर सामूहिक गतिविधियों के लिए इकट्ठा होते हैं। इसकी विशाल छाया बड़ी संख्या में लोगों को धूप से बचाती है, जिससे बिहू जैसे बड़े सामुदायिक उत्सव के लिए यह आदर्श स्थान बन जाता है। ग्रामीण क्षेत्रों में बरगद का पेड़ पवित्र माना जाता है और यह मानना है कि इसके नीचे आयोजित कार्यक्रम शुभ होते हैं। इसके अलावा, खुले स्थान पर मंच बनाने से गाँव के सभी लोग और बाहर से आए मेहमान बिना किसी प्रतिबंध के उत्सव में भाग ले सकते हैं।

शब्दों की बात

नीचे शब्दों से जुड़ी कुछ गतिविधियाँ दी गई हैं। इन्हें करने के लिए आप शब्दकोश, अपने शिक्षकों और मित्रों की सहायता भी ले सकते हैं।

असम से जुड़े शब्द

इस पाठ में अनेक शब्द ऐसे हैं जो असम से विशेष रूप से जुड़े हैं | अपने समूह में मिलकर उन शब्दों की पहचान कीजिए। इसके बाद उन्हें नीचे दिए गए स्थान पर लिखिए-
(संकेत- असम के नृत्य, त्योहार, भाषा आदि ।)

उत्तर –

  1. वन्य- – जीवन
  2. सत्रिया नृत्य
  3. बिहू नृत्य और त्योहार
  4. असमिया भाषा
  5. मलंग गाँव
  6. रेशम की खेती, चाय बागान

तीन बिहू

“असम में बिहू साल में तीन बार मनाया जाता है।”

(क) एंजेला और उसकी माँ एलेसेंड्रा कौन-से बिहू के अवसर पर भारत आए थे? लिखिए।

उत्तर – एंजेला और उसकी माँ एलेसेंड्रा बोहाग (रंगाली) बिहू के अवसर पर अप्रैल माह में भारत आए थे। यह असम का नया साल है जो बसंत ऋतु के आगमन पर मनाया जाता है। बोहाग बिहू कृषि वर्ष की शुरुआत का प्रतीक है, जब किसान नई फसल के लिए खेतों में बीज बोने की तैयारी करते हैं।

(ख) तीनों बिहू के लिए लिखिए कि उस समय किसान खेतों में क्या कर रहे होते हैं?

उत्तर – बोहाग बिहू (अप्रैल) के समय किसान खेतों में नए फसल वर्ष के लिए बीज बोने की तैयारी करते हैं। माघ बिहू (जनवरी) में फसल कटाई का काम पूरा हो चुका होता है और किसान अपनी उपज का आनंद लेते हैं। कटी बिहू (अक्टूबर) के समय धान की फसल पकने लगती है और किसान अगली फसल के लिए खेतों को तैयार करते हैं।

पाठ से आगे

आपकी बात

अपने समूह में चर्चा कीजिए-

(क) ” रीना आंटी की एक बिटिया थी- अनु”

‘बिटिया’ का अर्थ है ‘बेटी’। बेटी को प्यार से बुलाने के लिए और स्नेह जताने के लिए ‘बिटिया’ शब्द का प्रयोग भी किया जाता है। ‘बिटिया’ जैसा ही एक अन्य शब्द ‘बिट्टो’ भी है।

आपके घर में आपको प्यार से किन-किन नामों से पुकारा जाता है?

उत्तर – मेरे घर में मुझे गुड्डू, राजा, बेटा और चिंटू जैसे प्यारे नामों से पुकारा जाता है।

(ख) आपके नाम का क्या अर्थ है? आपका नाम किसने रखा? पता करके बताइए ।

उत्तर – मेरा नाम शांति है जिसका अर्थ शांति और सदभाव है, और यह मेरी दादी जी ने मेरे जन्म के पांचवें दिन रखा था।

(ग) “वे एक साथ खेल रहे थे” आप कौन-कौन से खेल अपने मित्रों के साथ मिलकर खेलते हैं? बताइए ।

उत्तर – मैं अपने मित्रों के साथ कबड्डी, लुका-छिपी, पितु और बॉलीबॉल खेलना पसंद करता हूँ।

(घ) “असम में नृत्य की भी एक समृद्ध परंपरा है।”
आपने इस पाठ में बिहू और सत्रिया नृत्यों के बारे में तो पढ़ा है।

आपके प्रांत में कौन-कौन से नृत्य प्रसिद्ध हैं? आपको कौन-सा नृत्य करना पसंद हैं?

उत्तर – हमारे उत्तर प्रदेश में कथक, नौटंकी और राई नृत्य प्रसिद्ध हैं, और मुझे कथक नृत्य सीखना सबसे अधिक पसंद है।

पूर्वोत्तर की यात्रा

असम भारत के पूर्वोत्तर भाग में स्थित है। असम के अतिरिक्त पूर्वोत्तर भारत में सात अन्य राज्य भी हैं। आपको अवसर मिले तो इनमें से किसी राज्य की यात्रा कीजिए। आठ राज्यों के नाम हैं – अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम, मिजोरम, मेघालय, त्रिपुरा, नागालैंड, मणिपुर और असम

उत्तर – विद्यार्थी इस प्रश्न का उत्तर स्वयं दे।

टाइम मशीन

“उसे ऐसा लग रहा था, जैसे वह आश्चर्यजनक रूप से किसी टाइम मशीन में आकर बैठ गई हो ! ” क्या आपने पहले कभी ‘टाइम मशीन’ का नाम सुना है? टाइम मशीन ऐसी काल्पनिक मशीन है, जिसमें बैठकर बीते हुए या आने वाले समय की दुनिया में पहुँचा जा सकता है। ‘टाइम मशीन’ को अभी तक बनाया नहीं जा सका है। लेकिन अनेक लेखकों ने ‘टाइम मशीन’ के बारे में कहानियाँ लिखी हैं, अनेक फ़िल्मकारों ने इसके बारे में फ़िल्में बनाई हैं।

(क) यदि आपको टाइम मशीन मिल जाए तो आप उसमें बैठकर कौन-से समय में और कौन-से स्थान पर जाना चाहेंगे? क्यों?

उत्तर – मैं टाइम मशीन से प्राचीन मौर्य काल में जाना चाहूँगा ताकि महान सम्राट अशोक के शासनकाल की झलक देख सकूँ और यह समझ सकूँ कि उन्होंने हिंसा छोड़कर धम्म का मार्ग कैसे अपनाया।

(ख) आपको यदि कोई ऐसी वस्तु बनाने का अवसर मिले जो अभी तक नहीं बनाई गई है तो आप क्या बनाएँगे? क्यों बनाएँगे?

उत्तर – मैं एक ऐसी मशीन बनाना चाहूँगा जो प्लास्टिक कचरे को उपयोगी वस्तुओं में बदल सके, ताकि हमारे समुद्र और धरती प्रदूषण से मुक्त हो सकें।

(ग) क्या आपने कभी किसी संग्रहालय की यात्रा की है?

संग्रहालय ऐसा स्थान होता है जहाँ विभिन्न कालों की प्राचीन वस्तुएँ देखने को मिलती हैं। कभी-कभी संग्रहालय की यात्रा भी ‘टाइम मशीन’ की यात्रा जैसी लगती है।
अवसर मिले तो आप भी किसी संग्रहालय की यात्रा अवश्य कीजिए और उसके बारे में कक्षा में बताइए |

उत्तर – हाँ, मैंने दिल्ली के राष्ट्रीय संग्रहालय की यात्रा की है, जहाँ मुझे मौर्य और गुप्त काल की मूर्तियाँ और मुगल कालीन चित्रकला देखकर बहुत आश्चर्य हुआ।

खिलौने विभिन्न प्रकार के

“एंजेला को अनु के खिलौने बहुत अच्छे लगे, जो थोड़े अलग तरह के थे।”

(क) अनु के खिलौने कैसे थे? लंदन में एंजेला के खिलौने कैसे रहे होंगे?

उत्तर – अनु के खिलौने प्राकृतिक सामग्री जैसे लकड़ी, नारियल की जटाओं और मिट्टी से हाथ द्वारा बनाए गए थे, जबकि एंजेला के लंदन के खिलौने रिमोट या बैटरी से चलने वाली प्लास्टिक की गुड़िया, कारें और इलेक्ट्रॉनिक गेम रहे होंगे।

(ख) आप घर पर कौन-कौन से खिलौनों से खेलते रहे हैं? उनके नाम बताइए ।

उत्तर – मैं घर पर रंगीन बॉल, लेगो ब्लॉक्स, सॉफ्ट टॉय (जैसे भालू और खरगोश), पजल और दादी की बनाई हुई कपड़े की गुड़िया से खेलता रहा हूँ।

(ग) भारत के प्रत्येक प्रांत में हाथ से बच्चों के अनोखे खिलौने बनाए जाते हैं। आपके यहाँ बच्चों के लिए हाथ से बने कौन-कौन से खिलौने मिलते हैं?

उत्तर – हमारे राजस्थान में मिट्टी से बने रंगीन हाथी-घोड़े, लकड़ी के कठपुतली, चमकीले कपड़ों से बनी गुड़िया और बाँस से बने लट्टू जैसे हाथ से बने खिलौने मिलते हैं।

(घ) भारत के बच्चे स्वयं भी अपने लिए अनोखे खिलौने बना लेते हैं। आप भी तो कागज़, मिट्टी आदि से कोई न कोई खिलौना बनाना जानते होंगे? आप अपने हाथों से बनाए किसी खिलौने को कक्षा में लाकर दिखाइए और उसे बनाने का तरीका सबको सिखाइए।

उत्तर – मैं कागज की नाव और हवाई जहाज बनाना जानता हूँ, और पिछले हफ्ते मैंने पुरानी मिट्टी से छोटे-छोटे पक्षी और फूलदान भी बनाए हैं।

पत्र

(क) मान लीजिए आप एंजेला है। आप लंदन लौट चुकी हैं और आपको भारत की बहुत याद आ रही है। अपनी सखी अनु को पत्र लिखकर बताइए कि आपको कैसा अनुभव हो रहा है।

उत्तर –

प्रिय अनु,
नमस्ते! आशा है तुम ठीक होगी। लंदन लौटकर तुम्हारे लिए पत्र लिख रही हूँ। असम में बिताए दिनों की यादें मुझे बार-बार आती हैं। तुम्हारे घर में खाया गया स्वादिष्ट भोजन, बिहू नृत्य में भाग लेना और पारंपरिक पोशाक में मेलों में घूमना – ये सब कभी नहीं भूल पाऊँगी। यहाँ पर मैंने अपने स्कूल में बिहू नृत्य प्रस्तुत किया था, जिसे सभी ने बहुत पसंद किया। तुम्हारे द्वारा सिखाया गया पांरग्वारी मुझे अभी भी याद है। मन करता है फिर से तुम्हारे साथ समय बिताऊँ। लंदन आओगी तो तुम्हें मेरे शहर की सभी प्रसिद्ध जगहें दिखाऊँगी। रीना आंटी को मेरा प्रणाम कहना।
तुम्हारी सखी,
एंजेला

(ख) आप जानते होंगे कि पत्र लिखने के लिए आवश्यक सामग्री जैसे – पोस्टकार्ड, अंतर्देशीय लिफाफे आदि डाकघर से खरीदे जा सकते हैं। संभव हो तो आप भी अपने घर के पास के डाकघर में जाइए और एक पोस्टकार्ड खरीदकर पत्र लिखने के लिए उसका उपयोग कीजिए।

उत्तर – विद्यार्थी इस प्रश्न का उत्तर स्वयं दे।

(ग) क्या आपने कभी डाक टिकट देखा है ? संसार के सभी देश डाक टिकट जारी करते हैं। भारत का डाक विभाग भी समय-समय पर डाक टिकट जारी करता है। डाक-टिकट किसी देश की संस्कृति के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी भी उपलब्ध कराते हैं। इसलिए अनेक लोग देश-विदेश के डाक टिकटों को एकत्रित करना पसंद करते हैं।

नीचे भारत के विभिन्न लेखकों के सम्मान में जारी किए गए कुछ डाक टिकटों के चित्र दिए गए हैं। इन्हें ध्यान से देखिए –

(क) आपको इनमें से कौन-सा डाक टिकट सबसे अच्छा लगा और क्यों?

उत्तर – मुझे सुभद्रा कुमारी चौहान का डाक टिकट सबसे अच्छा लगा क्योंकि उन्होंने ‘खूब लड़ी मर्दानी’ जैसी वीरता भरी कविताएँ लिखीं जो देशभक्ति की भावना जगाती हैं। उनका चित्र और रचनाओं का संदेश मुझे प्रेरित करता है।

(ख) डाक टिकटों पर लेखकों के बारे में कौन-कौन सी जानकारी दी गई है ?

उत्तर – डाक टिकटों पर लेखकों का छायाचित्र, हिंदी और अंग्रेजी में उनका नाम, तथा जन्म-मृत्यु के वर्ष दिए गए हैं। इसके अतिरिक्त, टिकट जारी होने का वर्ष भी अंकित है जो इन साहित्यकारों के प्रति राष्ट्रीय सम्मान दर्शाता है।

Other Chapters
1. मातृभूमि (New Book)
2. गोल (New Book)
3. पहली बूँद (New Book)
4. हार की जीत (New Book)
5. रहीम के दोहे (New Book)
6. मेरी माँ (New Book)
7. जलाते चलो (New Book)
8. सत्रिया और बिहू नृत्य (New Book)
9. मैया मैं नहिं माखन खायो (New Book)
10. परीक्षा (New Book)
11. चेतक की वीरता (New Book)
12. हिंद महासागर में छोटा-सा हिंदुस्तान (New Book)
13. पेड़ की बात (New Book)

Leave a Comment

WhatsApp Icon
X Icon