UP Board Class 7 Geography chapter 10 solutions are given on this page. Here you will get accurate and reliable answers for all the questions asked in Bhugol chapter 10 – “प्राकृतिक प्रदेश एवं जनजीवन : मरुस्थल”.
यह अध्याय मरुस्थलीय प्राकृतिक प्रदेशों और उनमें बसने वाले मानव समुदायों के जीवन शैली के बारे में है। इसमें हम मरुस्थलों की जलवायु, मृदा, वनस्पति और प्राणी जगत की विशेषताओं को समझेंगे। हम रेगिस्तान, रेत के टीलों और अरब की विशेषताओं जैसे खारे रेगिस्तान और सीमा पर्वतों के बारे में पढ़ेंगे। साथ ही, हम मरुस्थलीय क्षेत्रों में पाए जाने वाले झरने, वाटरहोल्स और फव्वारे जैसे जल स्रोतों के महत्व को भी समझेंगे।

UP Board Class 7 Geography Chapter 10 Solutions
Subject | Geography (भूगोल : पृथ्वी और हमारा जीवन) |
Class | 7th |
Chapter | 10. प्राकृतिक प्रदेश एवं जनजीवन : मरुस्थल |
Board | UP Board |
प्रश्न 1. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर संक्षेप में दीजिए –
(क) मरुस्थलीय प्रदेश की जलवायु कैसी है?
उत्तर: मरुस्थलीय प्रदेश की जलवायु बहुत सूखी और शुष्क होती है। यहां वर्षा बहुत कम मात्रा में होती है और जब होती है तो उसके साथ तेज आंधी और तूफान आते हैं। इस क्षेत्र में दिन के समय तापमान बहुत अधिक बढ़ जाता है जबकि रात के समय तापमान काफी गिर जाता है। दिन और रात के तापमान में बहुत अधिक अंतर होता है।
(ख) मरुस्थलीय प्रदेश की वनस्पति की क्या विशेषताएं हैं?
उत्तर: मरुस्थलीय प्रदेश में वनस्पतियां इस प्रकार विशेषताएं रखती हैं:
- यहां पानी की बहुत कमी होती है, इसलिए वनस्पतियों का विकास ठीक से नहीं हो पाता।
- जो भी वनस्पतियां होती हैं, उनकी जड़ें बहुत गहरी और लंबी होती हैं ताकि वे भूमिगत जल तक पहुंच सकें।
- इन वनस्पतियों में पत्तियां बहुत कम या नहीं होतीं, ताकि जल का वाष्पोत्सर्जन कम हो।
- जहां कहीं पानी का स्रोत होता है, वहां आसपास बगीचों जैसी छोटी झाड़ियां और घास आदि उग आती हैं, जिन्हें मरुद्यान कहा जाता है।
(ग) मरुस्थलीय प्रदेश के प्राकृतिक वातावरण को मानव जीवन पर क्या प्रभाव है?
उत्तर: मरुस्थलीय प्रदेश की शुष्क और विषम जलवायु के कारण मानव जीवन बहुत कठिन होता है। यहां पानी की भारी कमी होती है और तापमान में भी बहुत अंतर होता है। इन कारणों से जनसंख्या बहुत कम रहती है और बस्तियां एक-दूसरे से काफी दूर होती हैं। यहां की प्रमुख जनजातियों में अरब के ‘बेदुइन’ और कालाहारी के ‘बुशमैन’ शामिल हैं। बुशमैन जनजाति पूरी तरह शिकार पर निर्भर करती है जबकि बेदुइन लोग अपने जानवरों के साथ चरागाह की तलाश में एक जगह से दूसरी जगह घूमते रहते हैं। इन लोगों को यात्रा के दौरान चमड़े के थैलों में पानी लेकर चलना पड़ता है।
(घ) मरुस्थलीय प्रदेश में मानव जीवन को सामान्य बनाने हेतु क्या उपाय किए जा सकते हैं?
उत्तर: मरुस्थलीय प्रदेश में मानव जीवन को सामान्य बनाने के लिए निम्नलिखित उपाय किए जा सकते हैं:
- नदियों और नहरों का निर्माण करके विभिन्न स्थानों पर सिंचाई की सुविधा उपलब्ध कराई जा सकती है ताकि खेती की जा सके।
- सड़क और रेल नेटवर्क विकसित करके लोगों की आवाजाही को आसान बनाया जा सकता है।
- खनिज संसाधनों का दोहन करके और उद्योग लगाकर रोजगार के अवसर बढ़ाए जा सकते हैं।
- बेहतर शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सकती हैं।
प्रश्न 2. सही जोड़े मिलाइए (जोड़े बनाकर) –
सहारा | अफ्रीका |
विक्टोरिया | ऑस्ट्रेलिया |
एरिजोना | उत्तरी अमेरिका |
थार | एशिया |
अटाकामा | दक्षिणी अमेरिका |