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यूपी बोर्ड कक्षा 10 की नागरिक शास्त्र पुस्तक का पहला अध्याय “सत्ता की साझेदारी” एक महत्वपूर्ण विषय पर केंद्रित है। इस अध्याय में आप लोकतांत्रिक शासन व्यवस्था में सत्ता के बंटवारे और विभिन्न स्तरों पर इसके वितरण के बारे में सीखेंगे। यह अध्याय आपको बताएगा कि किस प्रकार सत्ता का विकेंद्रीकरण लोकतंत्र को मजबूत बनाता है और विभिन्न समुदायों के बीच सामंजस्य स्थापित करने में मदद करता है। इसमें भारत में सत्ता की साझेदारी के विभिन्न रूपों और उनके महत्व पर भी प्रकाश डाला गया है।

UP Board Class 10 Civics Chapter 1 Solutions
Subject | Civics |
Class | 10th |
Chapter | 1. सत्ता की साझेदारी |
Board | UP Board |
संक्षेप में लिखें
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए
प्रश्न 1. आधुनिक लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं में सत्ता की साझेदारी के अलग-अलग तरीके क्या हैं? इनमें से प्रत्येक का एक उदाहरण भी दें।
उत्तर- आधुनिक लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं में सत्ता की साझेदारी के चार मुख्य तरीके हैं:-
- शासन के अंगों के बीच बँटवारा: विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका के बीच शक्तियों का विभाजन। उदाहरण: भारत में संसद कानून बनाती है, सरकार उन्हें लागू करती है, और न्यायालय न्याय प्रदान करते हैं।
- सरकार के स्तरों में बँटवारा: केंद्र, राज्य और स्थानीय सरकारों के बीच शक्तियों का बंटवारा। उदाहरण: भारत में संघीय व्यवस्था, जहां केंद्र और राज्य सरकारों की शक्तियां संविधान में स्पष्ट रूप से वर्णित हैं।
- सामाजिक समूहों के बीच बँटवारा: अल्पसंख्यकों, महिलाओं और कमजोर वर्गों को शासन में प्रतिनिधित्व। उदाहरण: भारत में अनुसूचित जाति/जनजाति और महिलाओं के लिए आरक्षण।
- राजनीतिक दलों और दबाव समूहों द्वारा बँटवारा: विभिन्न राजनीतिक दलों का सत्ता में आना-जाना और हित समूहों का नीति-निर्माण पर प्रभाव। उदाहरण: भारत में बहुदलीय प्रणाली और विभिन्न क्षेत्रों के संगठनों का सरकारी नीतियों पर प्रभाव।
प्रश्न 2. भारतीय संदर्भ में सत्ता की हिस्सेदारी का एक उदाहरण देते हुए इसका एक युक्तिपरक और एक नैतिक कारण बताएँ।
उत्तर- युक्तिपरक कारण: स्थानीय स्तर पर शासन को अधिक कुशल और प्रभावी बनाना। ग्रामीण क्षेत्रों की विशिष्ट समस्याओं को समझने और उनका समाधान करने में स्थानीय लोग अधिक सक्षम होते हैं।
नैतिक कारण: लोकतंत्र की जड़ों को मजबूत करना और आम नागरिकों को शासन प्रक्रिया में सीधे शामिल करना। यह लोगों को अपने गांव के विकास में भागीदार बनाता है और उनमें नागरिक जिम्मेदारी की भावना विकसित करता है।
प्रश्न 3. इस अध्याय को पढ़ने के बाद तीन छात्रों ने अलग-अलग निष्कर्ष निकाले। आप इनमें से किससे सहमत हैं और क्यों? अपना जवाब करीब 50 शब्दों में दें।
- थम्मन – जिन समाजों में क्षेत्रीय, भाषायी और जातीय आधार पर विभाजन हो सिर्फ वहीं सत्ता की साझेदारी जरूरी है।
- मथाई – सत्ता की साझेदारी सिर्फ ऐसे देशों के लिए उपयुक्त है जहाँ क्षेत्रीय विभाजन मौजूद होते हैं।
- औसेफ – हर समाज में सत्ता की साझेदारी की जरूरत होती है। भले ही वह छोटा हो या उसमें सामाजिक विभाजन न हो।
उत्तर- हम औसेफ के निष्कर्ष से सहमत हैं कि हर समाज में सत्ता की साझेदारी की आवश्यकता होती है, चाहे वह छोटा हो या बड़ा, विविध हो या एकरूप। सत्ता की साझेदारी लोकतंत्र का आधार है और यह कई कारणों से महत्वपूर्ण है। यह सत्ता के केंद्रीकरण को रोकता है, विभिन्न समूहों और क्षेत्रों के हितों का प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करता है, और नागरिकों की सक्रिय भागीदारी को बढ़ावा देता है। इसके अलावा, यह शासन को अधिक जवाबदेह और पारदर्शी बनाता है, जो स्थानीय समस्याओं के प्रभावी समाधान में मदद करता है। सत्ता की साझेदारी लोकतांत्रिक मूल्यों को मजबूत करती है और सामाजिक समरसता को बढ़ावा देती है, जो किसी भी आकार या प्रकार के समाज के लिए लाभदायक है।
प्रश्न 4. बेल्जियम में ब्रुसेल्स के निकट स्थित शहर मर्चटेम के मेयर ने अपने यहाँ के स्कूलों में फ्रेंच बोलने पर लगी रोक को सही बताया है। उन्होंने कहा कि इससे डच भाषा न बोलने वाले लोगों को इस फ्लेमिश शहर के लोगों से जुड़ने में मदद मिलेगी। क्या आपको लगता है कि यह फैसला बेल्जियम की सत्ता की साझेदारी की व्यवस्था की मूल भावना से मेल खाता है? अपना जवाब करीब 50 शब्दों में लिखें।
उत्तर- मर्चटेम के मेयर का फैसला बेल्जियम की सत्ता की साझेदारी की व्यवस्था की मूल भावना के विपरीत है। यह निर्णय भाषाई विविधता के सम्मान के सिद्धांत का उल्लंघन करता है और फ्रेंच भाषी समुदाय के अधिकारों का हनन करता है। बेल्जियम के संविधान द्वारा स्थापित भाषाई समानता के विचार के खिलाफ जाता है यह फैसला। इस तरह का प्रतिबंध समुदायों के बीच तनाव और अलगाव को बढ़ा सकता है, साथ ही शैक्षिक अवसरों में असमानता पैदा कर सकता है। बेल्जियम की सत्ता की साझेदारी व्यवस्था सभी भाषाई समुदायों के अधिकारों की रक्षा पर आधारित है, और इस प्रकार का प्रतिबंध इस महत्वपूर्ण सिद्धांत का उल्लंघन करता है।
प्रश्न 5. नीचे दिए गए उद्धरण को गौर से पढ़ें और इसमें सत्ता की साझेदारी के जो युक्तिपरक कारण बताए गए हैं उनमें से किसी एक का चुनाव करें।
उत्तर- उद्धरण में सत्ता की साझेदारी का एक महत्वपूर्ण युक्तिपरक कारण भ्रष्टाचार को कम करना और प्रशासनिक कुशलता को बढ़ाना है। पंचायती राज व्यवस्था के माध्यम से यह लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है। स्थानीय लोगों की सीधी भागीदारी से निर्णय प्रक्रिया में पारदर्शिता बढ़ेगी और स्थानीय समस्याओं का त्वरित एवं प्रभावी समाधान संभव होगा। चूंकि स्थानीय लोग अपनी आवश्यकताओं को बेहतर समझते हैं, इससे संसाधनों का अधिक कुशल उपयोग होगा। जनता की प्रत्यक्ष निगरानी से अधिकारियों की जवाबदेही बढ़ेगी और भ्रष्ट बिचौलियों की भूमिका कम होगी, क्योंकि लोग सीधे योजनाओं से जुड़ेंगे। इस प्रकार, पंचायती राज व्यवस्था प्रशासन को अधिक कुशल, पारदर्शी और जवाबदेह बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
प्रश्न 6. सत्ता के बँटवारे के पक्ष और विपक्ष में कई तरह के तर्क दिए जाते हैं। इनमें से जो तर्क सत्ता के बँटवारे के पक्ष में हैं उनकी पहचान करें और नीचे दिए गए कोड से अपने उत्तर का चुनाव करें।
सत्ता की साझेदारीः-
(क) विभिन्न समुदायों के बीच टकराव को कम करती है।
(ख) पक्षपात का अंदेशा कम करती है।
(ग) निर्णय लेने की प्रक्रिया को अटका देती है।
(घ) विविधताओं को अपने में समेट लेती है।
(ङ) अस्थिरता और आपसी फूट को बढ़ाती है।
(च) सत्ता में लोगों की भागीदारी बढ़ाती है।
(छ) देश की एकता को कमजोर करती है।

उत्तर – (सा) क, ख, घ, च।
प्रश्न 7. बेल्जियम और श्रीलंका की सत्ता में साझीदारी की व्यवस्था के बारे में निम्नलिखित बयानों पर विचार करें :
(क) बेल्जियम में डच भाषी बहुसंख्यकों ने फ्रेंच भाषी अल्पसंख्यकों पर अपना प्रभुत्व जमाने का प्रयास किया।
(ख) सरकार की नीतियों ने सिंहली भाषी बहुसंख्यकों का प्रभुत्व बनाए रखने का प्रयास किया।
(ग) अपनी संस्कृति और भाषा को बचाने तथा शिक्षा तथा रोजगार में समानता के अवसर के लिए श्रीलंका के तमिलों ने सत्ता को संघीय ढाँचे पर बाँटने की माँग की।
(घ) बेल्जियम में एकात्मक सरकार की जगह संघीय शासन व्यवस्था लाकर मुल्क को भाषा के आधार पर टूटने से बचा लिया गया।
ऊपर दिए गए बयानों में से कौन-से सही हैं?
(सा) क, ख, ग और घ (रे) क,ख और घ (गा) ग और घ (मा) ख, ग और घ।
उत्तर – (मा) ख, ग, घ।
प्रश्न 8. सूची I ( सत्ता के बँटवारे के स्वरूप ) और सूची II ( शासन के स्वरूप ) में मेल कराएँ और नीचे दिए गए कोड का उपयोग करते हुए सही जवाब दें :–


उत्तर – (गा) 1. ख, 2. घ, 3. क, 4. ग।
प्रश्न 9. सत्ता की साझेदारी के बारे में निम्नलिखित दो बयानों पर गौर करें और नीचे दिए गए कोड के आधार पर जवाब दें :–
(अ) सत्ता की साझेदारी लोकतंत्र के लिए लाभकर है।
(ब) इससे सामाजिक समूहों में टकराव का अंदेशा घटता है।
इन बयानों में से कौन सही हैं और कौन गलत?

उत्तर – (ख) अ और ब दोनों सही हैं।