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इस अध्याय में हम चुंबकों के रोमांचक संसार का पता लगाएंगे। चुंबक हमारे आसपास की एक अद्भुत प्राकृतिक घटना है, जो न केवल विज्ञान में उपयोगी है, बल्कि मनोरंजन का भी एक शानदार स्रोत है। हम सीखेंगे कि चुंबक क्या होते हैं, वे कैसे काम करते हैं, और उनके विभिन्न गुणों के बारे में जानेंगे। इस अध्याय में हम चुंबकों के साथ कई मजेदार प्रयोग और गतिविधियां करेंगे, जो हमें चुंबकीय शक्ति को समझने में मदद करेंगी। हम यह भी देखेंगे कि कैसे चुंबक हमारे दैनिक जीवन में उपयोग किए जाते हैं और विज्ञान तथा प्रौद्योगिकी में उनका क्या महत्व है।

MP Board Class 6 Science Chapter 10 Solutions
Subject | Science (विज्ञान) |
Class | 6th |
Chapter | 10. चुंबकों द्वारा मनोरंजन |
Board | MP Board |
प्रश्न 1: रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए:-
(क) कृत्रिम चुम्बक विभिन्न आकार के बनाए जाते हैं जैसे छड़, नाल तथा बेलनाकार ।
(ख) जो पदार्थ चुम्बक की ओर आकर्षित होते हैं वे चुंबकीय पदार्थ कहलाते हैं।
(ग) कागज एक चुंबकीय पदार्थ नहीं है।
(घ) प्राचीन काल में लोग दिशा ज्ञात करने के लिए चुंबक का टुकड़ा लटकाते थे।
(ङ) चुंबक के सदैव दो ध्रुव होते हैं।
प्रश्न 2: बताइए कि निम्न कथन सही है या गलत:-
(क) बेलनाकार चुंबक में केवल एक ध्रुव होता है। – गलत
(ख) कृत्रिम चुंबक का आविष्कार यूनान में हुआ था। – गलत
(ग) चुंबक के समान ध्रुव एक दूसरे को प्रतिकर्षित करते हैं। – सही
(घ) लोहे का बुरादा छड़ चुंबक के समीप लाने पर इसके मध्य में अधिक चिपकता है। – गलत
(ङ) छड़ चुंबक सदैव उत्तर-दक्षिण दिशा को दर्शाता है। – सही
(च) किसी स्थान पर पूर्व-पश्चिम दिशा ज्ञात करने के लिए कंपास का उपयोग किया जा सकता है। – सही
(छ) रबड़ एक चुंबकीय पदार्थ है। – गलत
प्रश्न 3: यह देखा गया है कि पेंसिल छीलक (शार्पनर) यद्यपि प्लास्टिक का बना होता है, फिर भी यह चुंबक के दोनों ध्रुवों से चिपकता है। उस पदार्थ का नाम बताइए जिसका उपयोग इसके किसी भाग को बनाने में किया जाता है।
उत्तर:- पेंसिल छीलक (शार्पनर) का ब्लेड लोहे या स्टील का बना होता है, जो चुंबकीय पदार्थ हैं। इसलिए, यद्यपि शार्पनर का बाहरी भाग प्लास्टिक का होता है, उसका धातु का ब्लेड चुंबक से आकर्षित होता है। यह कारण है कि शार्पनर चुंबक के दोनों ध्रुवों से चिपकता है।
प्रश्न 4: एक चुंबक के एक ध्रुव को दूसरे ध्रुव के समीप लाने की विभिन्न स्थितियाँ कॉलम 1 में दर्शाई गई हैं। कॉलम 2 में प्रत्येक स्थिति के परिणाम को दर्शाया गया है। रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए:–
उत्तर:-
कॉलम 1 | कॉलम 2 |
---|---|
N – N | प्रतिकर्षण |
N – S | आकर्षण |
S – N | आकर्षण |
S – S | प्रतिकर्षण |
प्रश्न 5: चुंबक के कोई दो गुण लिखिए।
उत्तर:- चुंबक के दो महत्वपूर्ण गुण हैं:-
- आकर्षण और प्रतिकर्षण: चुंबक लोहे, निकल और कोबाल्ट जैसी चुंबकीय सामग्रियों को आकर्षित करता है। इसके दो ध्रुव होते हैं – उत्तरी और दक्षिणी। समान ध्रुव एक-दूसरे को प्रतिकर्षित करते हैं, जबकि विपरीत ध्रुव आकर्षित करते हैं।
- दिशा-निर्देशन: जब चुंबक को स्वतंत्र रूप से लटकाया जाता है, तो यह हमेशा उत्तर-दक्षिण दिशा में संरेखित हो जाता है। इस गुण का उपयोग कम्पास में किया जाता है।
प्रश्न 6: छड़ चुंबक के ध्रुव कहाँ स्थित होते हैं?
उत्तर:- छड़ चुंबक के ध्रुव उसके दोनों सिरों पर स्थित होते हैं। एक सिरे पर उत्तरी ध्रुव और दूसरे सिरे पर दक्षिणी ध्रुव होता है। चुंबक के मध्य भाग में चुंबकीय प्रभाव सबसे कम होता है।
प्रश्न 7: छड़ चुंबक पर ध्रुवों की पहचान का कोई चिन्ह नहीं है। आप कैसे ज्ञात करोगे कि किस सिरे के समीप उत्तरी ध्रुव स्थित है?
उत्तर:- छड़ चुंबक के उत्तरी ध्रुव को पहचानने के लिए, इसे एक धागे से लटकाकर स्वतंत्र रूप से घूमने दें। चुंबक स्थिर होने पर, उत्तर की ओर इंगित करने वाला सिरा उत्तरी ध्रुव होगा। यह प्रयोग कई बार दोहराएँ ताकि परिणाम की पुष्टि हो सके। याद रखें, पृथ्वी का चुंबकीय उत्तरी ध्रुव वास्तव में भौगोलिक दक्षिणी ध्रुव के पास स्थित है।
प्रश्न 8: आपको एक लोहे की पत्ती दी गई है। आप इसे चुंबक कैसे बनाएँगे?
उत्तर:- लोहे की पत्ती को चुंबक बनाने के लिए, इसे समतल सतह पर रखें। एक शक्तिशाली चुंबक लें और इसे पत्ती के एक सिरे से दूसरे सिरे तक एक ही दिशा में कई बार रगड़ें। इस प्रक्रिया को लगभग 50 बार दोहराएँ। इससे लोहे के अणु एक दिशा में संरेखित हो जाएंगे, जिससे पत्ती चुंबकीय गुण प्राप्त कर लेगी।
प्रश्न 9: दिशा निर्धारण में कंपास का किस प्रकार प्रयोग होता है?
उत्तर:- कंपास में एक स्वतंत्र रूप से घूमने वाली चुंबकीय सुई होती है। यह सुई हमेशा उत्तर-दक्षिण दिशा में संरेखित होती है, जिसका उत्तरी सिरा पृथ्वी के चुंबकीय उत्तरी ध्रुव की ओर इंगित करता है। इस विशेषता के कारण, कंपास का उपयोग दिशाओं को पहचानने और नेविगेशन में किया जाता है।
प्रश्न 10: पानी के टब में तैरती एक खिलौना नाव के समीप विभिन्न दिशाओं से एक चुंबक लाया गया। प्रत्येक स्थिति में प्रेक्षित प्रभाव कॉलम 1 तथा सम्भावित कारण कॉलम 2 में दिए गए हैं। कौलम 1 में दिए गए कथनों का मिलान कॉलम 2 में दिए गए कथनों से कीजिए।
उत्तर:-
कॉलम 1 | कॉलम 2 |
---|---|
(a) नाव चुंबक की ओर आकर्षित हो जाती है। | 4. नाव चुंबकीय पदार्थ से निर्मित है। |
(b) नाव चुंबक से प्रभावित नहीं होती। | 5. नाव अचुंबकीय पदार्थ से निर्मित है। |
(c) यदि चुंबक का उत्तरी ध्रुव नाव के अग्र भाग के समीप लाया जाता है तो नाव चुंबक के समीप आती है। | 2. नाव में चुंबक लगा है जिसका दक्षिणी ध्रुव, नाव के अग्र भाग की ओर है। |
(d) जब उत्तरी ध्रुव नाव के अग्र भाग के समीप लाया जाता है तो नाव चुंबक से दूर चली जाती है। | 1. नाव में चुंबक लगा है जिसका उत्तरी ध्रुव, नाव के अग्र भाग की ओर है। |
(e) नाव बिना दिशा बदले तैरती है। | 3. नाव की लंबाई के अनुदिश एक छोटा चुंबक लगाया गया है। |