MP Board Class 6 Hindi Bhasha Bharti Chapter 15 Solutions – दस्तक

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मध्य प्रदेश बोर्ड की कक्षा 6 की हिंदी पाठ्यपुस्तक ‘भाषा भारती’ का यह पंद्रहवाँ अध्याय डॉ. शिवभूषण त्रिपाठी द्वारा रचित ‘दस्तक’ कहानी पर आधारित है। इस पाठ में विद्यार्थी एक ऐसी कहानी से रूबरू होंगे जो परस्पर सहानुभूति, सहयोग और सद्भाव के महत्व को उजागर करती है। कहानी के केंद्र में एक ऐसा व्यक्ति है जो समाज सेवा में रुचि रखता है, लेकिन उसकी पत्नी इस बात से खुश नहीं है। छात्र जानेंगे कि कैसे एक दुर्घटना के माध्यम से लेखक की पत्नी के विचारों में परिवर्तन आता है और वह समाज सेवा के महत्व को समझती है। यह पाठ विद्यार्थियों को यह सीख देगा कि किस प्रकार अपरिचित लोगों की मदद करना और दूसरों के प्रति सहानुभूति रखना हमारे समाज को बेहतर बनाता है।

MP Board class 6 Hindi Bhasha Bharti chapter 15

MP Board Class 6 Hindi Bhasha Bharti Chapter 15

SubjectHindi ( Bhasha Bharti )
Class6th
Chapter15. दस्तक
Authorडॉ शिवभूषण त्रिपाठी
BoardMP Board

वस्तुनिष्ठ प्रश्न

प्रश्न 1. सही विकल्प चुनकर लिखिए

(क) लेखक के पुत्र का नाम था

(i) गणेशन
(ii) सोनू
(iii) गरीबा
(iv) हरी बाबू।

उत्तर – (ii) सोनू

(ख) त्रिवेन्द्रम का प्रसिद्ध सागर तट है

(i) कोलकाता
(ii) कोवलम
(iii) मुम्बई
(iv) गोआ।

उत्तर – (ii) कोवलम

रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए

(क) हरीबाबू ऊँचे पद पर कार्यरत थे।
(ख) शीला अवकाश के क्षणों में समाज सेवा का कार्य करने लगी।

एक या दो वाक्यों में उत्तर लिखिए

(क) सोनू अचेत कैसे हो गया था ?

उत्तर – सोनू छत से गिरने के कारण अचेत हो गया था।

(ख) लेखक गरीबा के घर क्यों गया था?

उत्तर – लेखक गरीबा से मिलने उसके घर गया था क्योंकि गरीबा बीमार था।

(ग) शीला मूच्छिंत क्यों हो गई थी?

उत्तर – शीला अपने बेटे सोनू को छत से गिरकर बेहोश देखकर मूर्च्छित हो गई थी।

(घ) लेखक ने गणेशन की मदद कैसे की?

उत्तर – लेखक ने गणेशन के पैर से कील निकाली, पट्टी बाँधी और उसे पीठ पर लेकर ऑटो स्टैंड तक पहुँचाया।

तीन से पाँच वाक्यों में उत्तर लिखिए

(क) शीला अपने पति से नाराज क्यों रहती थी?

उत्तर – शीला अपने पति से इसलिए नाराज रहती थी क्योंकि वे समाज सेवा में इतने व्यस्त रहते थे कि अपने घर और परिवार के लिए समय नहीं निकाल पाते थे। वे लोगों की समस्याओं को हल करने में लगे रहते थे, जिससे अपनी गृहस्थी की ओर ध्यान नहीं दे पाते थे।

(ख) शीला के व्यवहार में परिवर्तन का क्या कारण था?

उत्तर – शीला के व्यवहार में परिवर्तन का कारण था जब उसका बेटा सोनू छत से गिर गया और समाज के लोगों ने तुरंत मदद की। अस्पताल में इतने लोगों को सहायता के लिए तैयार देखकर शीला को समाज सेवा का महत्व समझ में आया। इसके बाद वह खुद भी समाज सेवा में शामिल हो गई और महिला मंडलों में जाने लगी।

(ग) समाज ने भी उनके साथ वही व्यवहार किया जैसा उन्होंने किया था? इस कथन का आशय स्पष्ट कीजिए।

उत्तर – यह कथन दर्शाता है कि जैसे लेखक हमेशा समाज की सेवा में तत्पर रहते थे, वैसे ही जब उनके बेटे सोनू को मदद की जरूरत पड़ी, तो समाज के लोग तुरंत आगे आए। लेखक की अनुपस्थिति में भी लोगों ने सोनू को अस्पताल पहुँचाया और हर संभव मदद की। यह समाज की ओर से कृतज्ञता का प्रदर्शन था।

(घ) शीला ने समाज की उपेक्षा करने वालों के विषय में क्या कहा?

उत्तर – शीला ने कहा कि समाज की उपेक्षा नहीं करनी चाहिए। उसने समझाया कि जो लोग समाज की उपेक्षा करते हैं, वे केवल अपनी उन्नति से संतुष्ट रहते हैं और उन्हें समाज कल्याण की चिंता नहीं होती। उसने यह भी कहा कि ऐसे लोगों को प्रकृति स्वयं नियंत्रित करती है और समय आने पर उन्हें दंडित भी करती है।

निम्नलिखित गद्यांश की व्याख्या कीजिए

‘जो समाज की उपेक्षा कर मात्र अपनी ही उनति में संतुष्ट रहता है, प्रकृति उसका नियन्त्रण स्वयं करती है। समय आने पर उन्हें दण्ड भी देती है।’

उत्तर – यह कथन समाज और व्यक्ति के बीच के संबंध को दर्शाता है। इसमें बताया गया है कि जो लोग केवल अपनी उन्नति के बारे में सोचते हैं और समाज की भलाई की उपेक्षा करते हैं, वे गलत हैं। प्रकृति ऐसे स्वार्थी व्यक्तियों को स्वयं नियंत्रित करती है। समय आने पर, उन्हें इस स्वार्थी व्यवहार का दंड भी मिलता है। यह संदेश देता है कि हमें समाज के प्रति अपने कर्तव्यों को नहीं भूलना चाहिए और दूसरों की मदद करनी चाहिए।

सोचिए और बताइए

(क) शीला मुहल्ले-मुहल्ले जाकर समाज सेवा क्यों करने लगी?

उत्तर – शीला ने समाज सेवा शुरू की क्योंकि उसने देखा कि जब उसका बेटा सोनू दुर्घटनाग्रस्त हुआ, तो समाज के लोगों ने कैसे मदद की। उसे समझ आया कि यह उसके पति की समाज सेवा का फल था। इस अनुभव से प्रेरित होकर, शीला ने भी समाज की मदद करने का निर्णय लिया और मुहल्ले-मुहल्ले जाकर लोगों की सहायता करने लगी।

(ख) छत से गिरने की दुर्घटना से कैसे बचा जा सकता है?

उत्तर – छत से गिरने की दुर्घटना से बचने के लिए कुछ सावधानियाँ बरतनी चाहिए। मकान की छत की मुंडेर (दीवार) ऊँची होनी चाहिए। बच्चों और युवकों को छत पर खेलते समय सावधान रहने की सलाह देनी चाहिए। छत पर धक्का-मुक्की न करें और मुंडेर की तरफ पीठ करके न चलें या दौड़ें। इन बातों का ध्यान रखकर छत से गिरने की दुर्घटनाओं को रोका जा सकता है।

अनुमान और कल्पना के आधार पर उत्तर दीजिए

(क) यदि त्रिवेन्द्रम में लेखक की जगह आप होते तो क्या करते?

उत्तर – लेखक की जगह मैं सबसे पहले गणेशन को तुरंत अस्पताल ले जाता। उसकी चोट का इलाज करवाने के बाद, मैं उसे सुरक्षित घर पहुँचाता। फिर मैं अपने मूल काम को पूरा करता, लेकिन बीच-बीच में गणेशन की स्थिति की जानकारी लेता रहता। इस तरह मैं मानवीय कर्तव्य और अपने काम दोनों को संतुलित करने की कोशिश करता।

(ख) यदि हरीबाबू की तरह आप ऊँचे पद पर होते तो क्या-क्या करते?

उत्तर – ऊँचे पद पर होने पर मैं अपने अधिकार का उपयोग लोगों की भलाई के लिए करता। मैं जनता की समस्याओं को सुनता और उन्हें हल करने की कोशिश करता। मैं यह सुनिश्चित करता कि मेरे कार्यालय में भ्रष्टाचार न हो और सभी को न्याय मिले। साथ ही, मैं समाज सेवा के कार्यों में भी भाग लेता, ताकि लोगों से जुड़ा रह सकूँ।

भाषा की बात

प्रश्न 1. शुद्ध उच्चारण कीजिए

बड़बड़ाहट, प्लास्टर, स्वभाव, अनुपस्थिति, स्वस्थ, नियन्त्रण।

उत्तर – विद्यार्थी होने शिक्षक की सहायता से इन सब्दो का उच्चारण स्वयं करे।

प्रश्न 2. निम्नलिखित शब्दों की वर्तनी शुद्ध कीजिए

(i) मनोरज्जन
(ii) अन्तरद्वनद
(iii) हिरदय
(iv) चनचल
(v) दरशन।

उत्तर – (i) मनोरंजन
(ii) अन्तर्द्वन्द
(iii) हृदय
(iv) चंचल
(v) दर्शन।

प्रश्न 3. नीचे लिखे शब्दों के विलोम शब्द लिखिए

(i) आशा
(ii) उपस्थित
(iii) कठिन
(iv) अमीर
(v) उन्नति
(vi) कठोर।

उत्तर – (i) निराशा
(ii) अनुपस्थित
(iii) सरल
(iv) गरीब
(v) अवनति
(vi) कोमल।

प्रश्न 4. निम्नलिखित शब्दों में संज्ञा, सर्वनाम व क्रिया छाँटकर लिखिए

(i) चिल्लाना
(ii) वे
(iii) शीला
(iv) बोलना
(v) बड़बड़ाना
(vi) वह
(vii) हरीबाबू
(viii) अघाना
(ix) मैं
(x) सोनू
(xi) उसने
(xii) गरीबा।

उत्तर –

  1. संज्ञा-शीला, हरीबाबू, सोनू, गरीबा।
  2. सर्वनाम-वे, वह, मैं, उसने।
  3. क्रिया-चिल्लाना, बोलना, बडबड़ाना, अघाना।

प्रश्न 5. इस पाठ में अन्य भाषा के शब्द छाँटकर लिखिए।

उत्तर – प्लास्टर, लाचार, सरेआम, फिल्मी, खासी, देहात, आरामखाना, मनुहार, दम, अमुक, कार, तमाम, गन्दी, माफ, मोहल्ला, लायक, बेताव, टेपरिकार्ड, हवाइयाँ, ऑटो स्टैण्ड, किलोमीटर, रूमाल, अस्पताल।

प्रश्न 6. निम्नलिखित शब्दों में ‘आई’ का ‘आहट प्रत्यय लगाकर नए शब्द बनाइए

(i) बुरा
(ii) लड़खड़ान
(iii) चतुर
(iv) गुनगुनाना
(v) भला
(vi) लड़ना
(vii) गुदगुदाना
(viii) चहचहाना।

उत्तर –

(i) बुरा + आई = बुराई
(ii) लड़खड़ाना + आहट = लड़खड़ाहट
(iii) चतुर + आई = चतुराई
(iv) गुनगुनाना + आहट = गुनगुनाहट
(v) भला + आई = भलाई
(vi) लड़ना + आई = लड़ाई
(vii) गुदगुदाना + आहट = गुदगुदाहट,
(viii) चहचहाना + आहट = चहचहाहट।

प्रश्न 7. निम्नलिखित मुहावरों के अर्थ लिखकर वाक्यों में प्रयोग कीजिए

(i) तिल का ताड़ बनाना
(ii) नाक में दम करना
(iii) सीधे मुँह बात न करना
(iv) कान भरना।

उत्तर –

(i) तिल का ताड़ बनाना – छोटी बात को बहुत बड़ा बनाकर पेश करना।
प्रयोग: राहुल ने अपनी किताब खो दी थी, लेकिन उसके दोस्त ने इसे तिल का ताड़ बनाकर कहा कि राहुल ने सारी किताबें फेंक दी हैं।
(ii) नाक में दम करना – किसी को बहुत परेशान करना।
प्रयोग: रोहन की लगातार शरारतों ने उसके माता-पिता की नाक में दम कर दिया था।
(iii) सीधे मुँह बात न करना – किसी से ठीक से बात न करना, नाराज होना।
प्रयोग: अनु से गलती हो गई थी, इसलिए वह अपनी दोस्त से सीधे मुँह बात नहीं कर रही थी।
(iv) कान भरना – किसी के बारे में गलत बातें कहकर उसके खिलाफ करना।
प्रयोग: मीना ने अध्यापक के कान भरे कि सुरेश ने उसकी कॉपी चुराई है, जबकि ऐसा नहीं था।

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