MP Board Class 6 Hindi Bhasha Bharti Chapter 9 Solutions – पद और दोहे

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पाठ 9 – पद और दोहे में विद्यार्थी भक्तिकाल और रीतिकाल के तीन महान कवियों – मीराबाई, कबीरदास और रहीम की रचनाओं का अध्ययन करेंगे। इस अध्याय में मीराबाई के भक्तिपूर्ण पद, जिनमें श्रीकृष्ण के प्रति उनका समर्पण भाव व्यक्त होता है, तथा कबीर और रहीम के गहन अर्थ वाले दोहे शामिल हैं। इन रचनाओं के माध्यम से विद्यार्थी समाज के विभिन्न पहलुओं जैसे गरीबों के प्रति सहानुभूति, समाजसेवा का महत्व, आलस्य त्याग, संतोष, सच्ची मित्रता और अन्य नैतिक मूल्यों के बारे में सीखेंगे।

MP Board class 6 Hindi Bhasha Bharti chapter 9

MP Board Class 6 Hindi Bhasha Bharti Chapter 9

SubjectHindi ( Bhasha Bharti )
Class6th
Chapter9. पद और दोहे
Authorमीरा, कबीर और रहीम
BoardMP Board

वस्तुनिष्ठ प्रश्न

प्रश्न 1. सही विकल्प चुनकर लिखिए

(क) मीरा ने आँसुओं के जल से सींचकर बोई है

(i) प्रेम की बेल
(ii) मोती की बेल,
(iii) मूंगे की बेल
(iv) फूल की बेल।

उत्तर – (i) प्रेम की बेल

(ख) भूखे को भीख देने की बात कही है

(i) रहीम ने
(ii) कबीर ने,
(iii) मीरा ने
(iv) कमाल ने।

उत्तर – (ii) कबीर ने

(ग) जहाँ काम आवे सुई, कहा करै

(i) त्रिशूल
(ii) फूल
(iii) तलवारि
(iv) सम्पत्ति

उत्तर – (iii) तलवारि

रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए

(क) छौड़ दई कुल की कानि कहा करै कोई।
(ख) घृत-घृत सब काढ़ि लियो छाछ पियो कोई।
(ग) कर साहब की बंदगी भूखे को दै भीख।
(घ) जो रहीम उत्तम प्रकृति का करि सकत कुसंग।

निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लिखिए

(क) मीराबाई ने श्रीकृष्ण की किस रूप में उपासना की है?

उत्तर – मीराबाई ने श्रीकृष्ण को अपना पति माना और उनकी भक्ति में पूरी तरह समर्पित थीं। उन्होंने श्रीकृष्ण को अपने जीवन का एकमात्र प्रेम माना। उनका भावपूर्ण प्रेम भक्ति का एक उत्कृष्ट उदाहरण है।

(ख) कबीर ने किन दो बातों की सीख दी है?

उत्तर – कबीर ने लोगों को ईश्वर की भक्ति और मानवता के प्रति दया करने की सीख दी। उन्होंने कहा कि ईश्वर की पूजा के साथ-साथ जरूरतमंदों की सेवा भी महत्वपूर्ण है। उनका मानना था कि सच्ची भक्ति परोपकार में छिपी है।

(ग) कल का काम आज ही क्यों कर लेना चाहिए?

उत्तर – जीवन अनिश्चित है और किसी को नहीं पता कि अगला पल क्या लाएगा। आज का काम कल पर नहीं टालना चाहिए क्योंकि समय कभी वापस नहीं आता। काम को समय पर पूरा करना सफलता की कुंजी है।

(घ) रहीम ने उत्तम प्रकृति का महत्व किस उदाहरण से स्पष्ट किया है ?\

उत्तर – रहीम ने चंदन के पेड़ का उदाहरण दिया जो सर्पों के बीच रहते हुए भी अपनी शीतलता नहीं खोता। यह दर्शाता है कि अच्छी प्रकृति किसी भी कठिन परिस्थिति में अपना स्वभाव नहीं बदलती। सच्चे व्यक्ति की यही पहचान है।

(ङ) सच्चे मित्र की क्या पहचान है ?

उत्तर – सच्चा मित्र वह होता है जो मुश्किल समय में भी अपने दोस्त का साथ नहीं छोड़ता। वह हर परिस्थिति में अपने मित्र के साथ खड़ा रहता है। सच्चा मित्र संकट में सहारा देता है।

निम्नलिखित पद्यांशों के भाव स्पष्ट कीजिए

(क) भगत देखि राजी भई, जगत देखि रोई।
दासी ‘मीरा’ लाल गिरधर, तारो अब मोही॥

उत्तर – मीरा कहती हैं कि भक्ति में उन्हें खुशी मिलती है, जबकि संसार उनके इस आचरण पर रोता है। वे श्रीकृष्ण (लाल गिरधर) के प्रति पूर्ण समर्पण की भावना रखती हैं और उनसे मुक्ति की याचना करती हैं। यह पद्यांश मीरा के असाधारण भक्ति-भाव को दर्शाता है।

(ख) कबिरा सोई पीर है, जो जाने पर पौर।
जो पर पोर न जानई, सो काफिर बेपीर ।

उत्तर – कबीर कहते हैं कि सच्चा संत वह है जो दूसरों के दुख-दर्द को समझता है। जो किसी दूसरे के दुख को नहीं समझता, वह वास्तव में अधार्मिक और निरीह है। यह पद्यांश मानवीय करुणा और संवेदनशीलता के महत्व को दर्शाता है।

(ग) एक साधे सब सधै, सब साधे सब जाय।
रहिमन मूलहि सीचिवो, फूलै फलै अघाय।

उत्तर – रहीम कहते हैं कि एक काम को पूरी लगन से करने पर सभी काम सफल हो जाते हैं, लेकिन अनेक कामों में उलझने से कोई काम नहीं होता। वे बताते हैं कि जैसे पेड़ की जड़ में पानी देने से पूरा पौधा हरा-भरा हो जाता है, वैसे ही एक काम पर ध्यान केंद्रित करने से सफलता मिलती है।

भाषा की बात

प्रश्न 1. निम्नलिखित शब्दों का शुद्ध उच्चारण कीजिए

भ्रात, धृत, प्रकृति, सम्पत्ति, भुजंग, व्याप्त।

उत्तर – विद्यार्थी स्वयं करे।

प्रश्न 2. निम्नलिखित शब्दों के मानक रूप लिखिए

अंसुअन, भगत, जाके, तिरसूल, परलै, अब्ब, कब्ब, विपति।

उत्तर – अश्रुओं, भक्त, जिसके, त्रिशूल, प्रलय, अब, कब, विपत्ति।

प्रश्न 3. निम्नलिखित शब्दों के सामने उनके पर्याय लिखे हैं। इनमें एक शब्द पर्यायवाची शब्द नहीं है, उसे चुनकर लिखिए

(क) देवता = सुर, असुर, देव।
(ख) पति = प्राणनाथ, कंत, तनय।
(ग) अभिलाषा = लोभ, इच्छा, चाह।
(घ) सज्जन सभ्य, शिष्ट, अशिष्ट। ।
(ङ) फूल = पुष्प, कुसुम, पुरुष।

उत्तर –

(क) असुर
(ख) तनय
(ग) लोभ
(घ) अशिष्ट
(ङ) पुरुष

प्रश्न 4. निम्नलिखित पंक्तियों में अनुप्रास अलंकार है। प्रत्येक पंक्ति में पहचान स्पष्ट कीजिए

(i) जाके सिर मोर मुकुट, मेरो पति सोई।
(ii) एकै साधे सब सधै, सब साधे सब जाए।
(iii) कहि रहीम सम्पत्ति सगै बनत बहुत बहुरीत।
(iv) जो पर पीर न जानई, सो काफिर बेपौर।

उत्तर-

(i) ‘मोर-मुकुट-मेरो’ शब्दों में ‘म’ वर्ण की कई बार आवृति होने पर अनुप्रास अलंकार है।
(ii) साधे, सब, सधै, सब, साधे, सब’ शब्दों में ‘स’ वर्ण की कई बार आवृति होने से अनुप्रास अलंकार है।
(ii) सम्पति, बनत, बहुत, रीत’ शब्दों में ‘त’ वर्ण की कई बार आवृति होने से अनुप्रास अलंकार है।
(iv) पर, पीर, काफिर, बेपीर’ शब्दों में ‘प’ और ‘र’ वर्ण की कई बार आवृति होने से अनुप्रास अलंकार है।

प्रश्न 5. तालिका में दिए गए शब्दों की सही जोड़ी बनाइए शब्द

उत्तर –

विलोम – शब्द

(i) पण्डित – (च) मूर्ख
(ii) देव – (ङ) दानव
(iii) प्रेम – (क) घृणा
(iv) सुख – (ख) दुःख
(v) जल – (घ) थल
(vi) दिन – (ग) रात

प्रश्न 6. उपसर्ग जोड़कर नए शब्द बनाइए

(i) परा + जय
(ii) परा + भव
(iii) परा + क्रम
(iv) नि +रंजन
(v) नि+ वेश
(vi) नि+ दान।

उत्तर – (i) पराजय
(ii) पराभव
(iii) पराक्रम
(iv) निरंजन
(v) निवेश
(vi) निदान

प्रश्न 7. निम्नलिखित शब्दों में आवट और आहट प्रत्यय जोड़कर नए शब्द बनाइए

(i) सजाना + आवट
(ii) बनाना + आवट
(iii) लिखना + आवट
(iv) मुस्कराना + आहट
(v) टकराना + आहट
(vi) चिल्लाना + आहट
(vii) घबराना + आहट

उत्तर –

(i) सजावट
(ii) बनावट
(iii) लिखावट
(iv) मुस्कराहट
(v) टकराहट
(vi) चिल्लाहट
(vii) घबराहट।

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