MP Board Class 6 Hindi Bhasha Bharti Chapter 5 Solutions – व्याकरण परिवार

Free solutions for MP Board class 6 Hindi Bhasha Bharti chapter 5 is available here. It gives you the complete solution and question answer of chapter 5 – “व्याकरण परिवार” in hindi.

मध्य प्रदेश बोर्ड की कक्षा 6 की हिंदी पाठ्यपुस्तक ‘भाषा भारती’ का पांचवां अध्याय ‘व्याकरण परिवार’ डॉ. प्रेम भारती द्वारा रचित एक अनूठा एकांकी है। यह अध्याय छात्रों को हिंदी व्याकरण के मूलभूत तत्वों से परिचित कराता है, लेकिन एक रोचक और नवीन तरीके से। इस एकांकी में व्याकरण के विभिन्न अंगों को पारिवारिक सदस्यों के रूप में प्रस्तुत किया गया है, जिससे छात्र संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण, क्रिया जैसे विकारी शब्दों और क्रिया विशेषण, संबंधबोधक, समुच्चयबोधक तथा विस्मयादिबोधक जैसे अविकारी शब्दों को आसानी से समझ सकेंगे। यह पाठ छात्रों को अभिनय और संवादों के माध्यम से व्याकरण की जटिल अवधारणाओं को सरल तरीके से समझने का अवसर प्रदान करता है।

MP Board class 6 Hindi Bhasha Bharti chapter 5

MP Board Class 6 Hindi Bhasha Bharti Chapter 5

SubjectHindi ( Bhasha Bharti )
Class6th
Chapter5. व्याकरण परिवार
Authorडॉ. प्रेम भारती
BoardMP Board

वस्तुनिष्ठ प्रश्न

प्रश्न 1. सही विकल्प चुनकर लिखिए

(क) संज्ञानन्द का काम नहीं हो सकता

(i) विशेषण के बिना
(ii) क्रिया विशेषण के बिना
(iii) विस्मयादिबोधक के बिना,
(iv) क्रिया देवी के बिना।

उत्तर – (iv) क्रिया देवी के बिना

(ख) संज्ञा या सर्वनाम की विशेषता बताने वाले शब्द

(i) क्रिया विशेषण
(ii) विशेषण,
(iii) सम्बन्धबोधक
(iv) क्रिया।

उत्तर – (ii) विशेषण।

प्रश्न 2. रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए

(क) अपनी भाषा को बिगाड़कर विदेशी भाषा के शब्दों की मिलावट से हम अपनी संस्कृति पर गहरा “आघात” कर रहे हैं।
(ख) महान, महानतर और महानतम शब्द विशेषण” की अवस्थाएँ हैं।
(ग) क्रिया विशेषण की माँ का नाम क्रिया देवी” है।
(घ) संज्ञा या सर्वनाम का वाक्य में अन्य शब्दों से सम्बन्ध बताने वाले शब्द सम्बन्धबोधक” कहलाते हैं।

अति लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 3. एक या दो वाक्यों में उत्तर दीजिए

(क) विशेषण किसे कहते हैं?

उत्तर – विशेषण वे शब्द हैं जो किसी व्यक्ति, वस्तु या स्थान के रंग, रूप, गुण, दोष, संख्या या माप आदि के बारे में बताते हैं। जैसे – लाल फूल, चतुर लड़का, मीठा आम।

(ख) सर्वनाम शब्द किन शब्दों के बदले में आते हैं ?

उत्तर – सर्वनाम शब्द संज्ञा (नाम) के स्थान पर प्रयोग किए जाते हैं। जैसे – राम के स्थान पर ‘वह’, किताब के स्थान पर ‘यह’।

(ग) समुच्चयबोधक वाक्य में क्या काम करता है?

उत्तर – समुच्चयबोधक दो या दो से अधिक शब्दों या वाक्यों को जोड़ने का काम करता है। जैसे ‘और’, ‘या’, ‘किंतु’, ‘परंतु’ आदि शब्द वाक्यों को आपस में जोड़ते हैं।

प्रश्न 4. तीन से पाँच वाक्यों में उत्तर लिखिए

(क) संज्ञानन्द और क्रिया देवी के तीन बच्चे और दो नौकर कौन कौन से है ?

उत्तर – व्याकरण परिवार में संज्ञानंद और क्रिया देवी का एक पुत्र सर्वनाम और दो पुत्रियाँ विशेषण तथा क्रिया-विशेषण हैं। उनके दो नौकर संबंधबोधक और समुच्चयबोधक हैं। यह सभी मिलकर भाषा को सुंदर और सार्थक बनाते हैं।

(ख) व्याकरण के परिवार में विशेषण का क्या महत्त्व है ?

उत्तर – विशेषण व्याकरण का महत्वपूर्ण अंग है जो संज्ञा और सर्वनाम की विशेषताएँ बताता है। इसकी तीन अवस्थाएँ होती हैं – सामान्य (बड़ा), तुलनात्मक (बड़ा से बड़ा) और उत्तम (सबसे बड़ा)। विशेषण के बिना किसी वस्तु या व्यक्ति के गुणों का वर्णन नहीं किया जा सकता।

(ग) हिन्दी भाषा के जन्म की कहानी लिखिए।

उत्तर – हिंदी भाषा का विकास संस्कृत से हुआ, जो भारत की सबसे प्राचीन भाषा है। संस्कृत से प्राकृत और पाली भाषाएँ बनीं, फिर प्राकृत से अपभ्रंश भाषा विकसित हुई। अपभ्रंश से धीरे-धीरे आधुनिक हिंदी का विकास हुआ, जिसमें जैसा बोला जाता है, वैसा ही लिखा जाता है।

(घ) क्रिया-विशेषण और सम्बन्धबोधक में क्या अन्तर है ?

उत्तर – क्रिया-विशेषण वाक्य में क्रिया की विशेषता बताता है, जैसे – ‘धीरे-धीरे चलो’। संबंधबोधक दो संज्ञा या सर्वनाम के बीच संबंध बताता है, जैसे – ‘मेज पर किताब है’ में ‘पर’ संबंधबोधक है। इस तरह दोनों के कार्य अलग-अलग हैं।

सोचिए और बताइए

(क) क्रिया-विशेषण, विशेषण से किस प्रकार भिन्न है ?

उत्तर – विशेषण संज्ञा या सर्वनाम की विशेषता बताता है, जैसे – ‘सुंदर लड़की’। क्रिया-विशेषण वाक्य में क्रिया की विशेषता बताता है, जैसे – ‘मोहन तेज़ दौड़ता है’। क्रिया-विशेषण अन्य विशेषण या क्रिया-विशेषण की भी विशेषता बता सकता है, जैसे – ‘बहुत तेज़ दौड़ना’। इस तरह दोनों के कार्य और प्रयोग अलग-अलग हैं।

(ख) संकट के समय यदि आपके मित्र साथ छोड़ दें तो आप क्या करेंगे?

उत्तर – सबसे पहले मैं शांति से अपने मित्र से बात करूँगा और जानने की कोशिश करूँगा कि उसने ऐसा क्यों किया। यदि कोई गलतफहमी है तो उसे दूर करने का प्रयास करूँगा। अगर फिर भी मित्र साथ नहीं देता, तो मैं हिम्मत नहीं हारूँगा और अकेले ही संकट का सामना करूँगा। इससे मुझे आत्मविश्वास बढ़ाने में मदद मिलेगी।

(ग) विस्मयादिबोधक शब्दों से हम अपने मन के किन-किन भावों को प्रकट करते हैं ?

उत्तर – विस्मयादिबोधक शब्द हमारे अचानक या तीव्र भावों को प्रकट करते हैं। इनमें खुशी (वाह!), दुख (हाय!), आश्चर्य (अरे!), क्रोध (छी!), डर (अरे बाप रे!) जैसे भाव शामिल हैं। ये शब्द हमारी भावनाओं को सटीक और प्रभावशाली ढंग से व्यक्त करते हैं। इनके बिना भाषा में भावों की अभिव्यक्ति अधूरी रह जाती है।

अनुमान और कल्पना के आधार पर उत्तर दीजिए

(क) क्या आप समुच्चयबोधक शब्दों के अभाव में अपनी बात पूरी कर सकते हैं ?

उत्तर – समुच्चयबोधक शब्दों के बिना हम अपनी बात पूरी तो कर सकते हैं, लेकिन वाक्य अटपटे और लंबे हो जाएंगे। उदाहरण के लिए, ‘राम और श्याम स्कूल गए’ को बिना ‘और’ के कहना पड़ेगा – ‘राम स्कूल गया, श्याम स्कूल गया’। इससे वाक्य में शब्दों की अनावश्यक पुनरावृत्ति होगी और भाषा सुंदर नहीं रहेगी।

(ख) यदि भाषा में क्रिया का प्रयोग न किया जाए तो क्या होगा?

उत्तर – क्रिया के बिना वाक्य का अर्थ अधूरा रह जाएगा क्योंकि क्रिया बताती है कि कोई क्या कर रहा है। जैसे – ‘राम किताब’ वाक्य अधूरा है, लेकिन ‘राम किताब पढ़ता है’ पूरा वाक्य है। क्रिया के बिना हम किसी काम, घटना या स्थिति के बारे में नहीं बता सकते। इसलिए क्रिया भाषा का एक महत्वपूर्ण अंग है।

(ग) यदि व्याकरण में सर्वनामों का प्रयोग न होता तो भाषा पर क्या प्रभाव पड़ता?

उत्तर – सर्वनामों के बिना हमें बार-बार एक ही संज्ञा का प्रयोग करना पड़ता, जैसे – ‘राम घर गया, राम ने खाना खाया, राम सो गया’। सर्वनाम के साथ यह वाक्य सरल हो जाता है – ‘राम घर गया, उसने खाना खाया और वह सो गया’। सर्वनाम भाषा को सरल, सुंदर और प्रवाहपूर्ण बनाते हैं। इनके बिना भाषा बोझिल और अरुचिकर हो जाएगी।

भाषा की बात

प्रश्न 1. निम्नलिखित मुहावरों का अपने वाक्यों में प्रयोग कीजिए

(1) सन्नाटा पसरना
(2) गप्पें लड़ाना
(3) आदत में शुमार होना,
(4) हाथ बंटाना।

(1) सन्नाटा पसरना – आतंकी हमले की खबर सुनते ही पूरे बाज़ार में सन्नाटा पसर गया।
(2) गप्पें लड़ाना – परीक्षा के बाद सभी बच्चे कैंटीन में बैठकर घंटों गप्पें लड़ाते रहे।
(3) आदत में शुमार होना – रोज़ सुबह व्यायाम करना अब मेरी आदत में शुमार हो गया है।
(4) हाथ बंटाना – दीपावली की सफाई में रवि ने अपनी माँ का हाथ बंटाया।

प्रश्न 2. नीचे लिखे शब्दों के विलोम शब्द उनके नीचे लिखे शब्दों से चुनकर लिखिए

उत्तर –

शब्द – विलोम
(i) सुत – सुता
(ii) मित्र – शत्रु
(iii) प्रशंसा – निन्दा
(iv) हर्ष – विषाद
(v) नीरस – सरस
(vi) सत्य – असत्य
(vii) आशा – निराशा

प्रश्न 3. निम्नलिखित शब्दों के तीन-तीन पर्यायवाची शब्द लिखिए

उत्तर –

(1) घर=गृह, सदन, भवन।
(2) पुत्र = बेटा, सुत, तनय।
(3) पुत्री = सुता, बेटी, तनया।
(4) हाथ = कर, हस्त, बाहु।
(5) मित्र = सृहद, सखा, साथी।

प्रश्न 4. निम्नलिखित कथन किसके हैं, उनके विषय में एक-एक वाक्य लिखिए

(1) “मैं सर्वनाम की बड़ी बहन हूँ।”

उत्तर – यह कथन विशेषण का है, जो व्याकरण परिवार में क्रिया देवी की पहली पुत्री है। विशेषण का काम संज्ञा या सर्वनाम की विशेषता बताना है, जैसे – ‘लाल फूल’ में ‘लाल’ विशेषण है। विशेषण अपने छोटे भाई सर्वनाम की मदद करता है और भाषा को सुंदर बनाता है।

(2) “मैं अपनी माँ को बहुत चाहती हूँ।”

उत्तर – यह कथन क्रिया-विशेषण का है, जो क्रिया देवी की दूसरी पुत्री है। क्रिया-विशेषण वाक्य में क्रिया की विशेषता बताती है, जैसे – इस वाक्य में ‘बहुत’ शब्द ‘चाहना’ क्रिया की मात्रा बता रहा है। क्रिया-विशेषण किसी विशेषण या दूसरे क्रिया-विशेषण की भी विशेषता बता सकता है।

(3) “बच्चा हमारे घर जन्मे और उसका नामकरण पड़ौसी करें।”

उत्तर – यह कथन संज्ञानंद का है जो व्याकरण परिवार के मुखिया हैं। वे बताते हैं कि ‘हिंदी’ शब्द की उत्पत्ति फारसी भाषा से हुई है, न कि संस्कृत से। फारसी भाषी लोग ‘सिंधु’ नदी को ‘हिंदू’ कहते थे। इसी से ‘हिंदी’ शब्द बना, जो अब हमारी भाषा का नाम है।

(4) “मैं परिवार में सबसे बड़ा हूँन ! घर का सारा काम मुझे ही करना पड़ता है।”

उत्तर – यह कथन सर्वनाम का है, जो संज्ञानंद और क्रिया देवी का पुत्र है। सर्वनाम शब्दों का प्रयोग संज्ञा के स्थान पर किया जाता है, जैसे – ‘राम’ के स्थान पर ‘वह’। सर्वनाम व्याकरण परिवार में विशेष स्थान रखता है और भाषा को सरल बनाता है।

प्रश्न 5. निम्नलिखित वाक्यांशों के लिए एक-एक शब्द लिखिए

(क) वह क्रिया, जिसका कोई कर्म न हो।
(ख) वह क्रिया जिसके साथ कर्म होता है।
(ग) वे शब्द जिनके रूप लिंग, वचन या कारक के अनुसार बदल जाते हैं।
(घ) वे शब्द जिनके रूप सदैव एक जैसे रहते हैं।
(ङ) कार्य की समाप्ति का बोध कराने वाला काल।

उत्तर –

(क) अकर्मक
(ख) सकर्मक
(ग) विकारी
(घ) अविकारी
(ङ) भूतकाल।

प्रश्न 6. निम्नलिखित वाक्यों में से संज्ञा एवं उसके भेदों के नाम छाँटकर लिखिए

(क) सभी प्राणियों में वाणी का वरदान मात्र मानव को मिला है।
(ख) मानव अपने सत्कर्मों से स्वर्ग को भी पृथ्वी पर उतार सकता है।
(ग) सबके साथ प्रेम का व्यवहार करो।
(घ) गोपाल कृष्ण गोखले बचपन से तेज बुद्धि के थे।
(ङ) सब के जीवन में बुढ़ापा आता ही है।
(च) गंगा हिमालय से निकलती है।
(छ) लड़के खेल रहे हैं।
(ज) वह पुस्तक पुरानी है।

(क) वाक्य: सभी प्राणियों में वाणी का वरदान मात्र मानव को मिला है।

  • प्राणी – जातिवाचक संज्ञा (जीवों की जाति)
  • वाणी – जातिवाचक संज्ञा (बोलने की शक्ति)
  • वरदान – भाववाचक संज्ञा (आशीर्वाद का भाव)
  • मानव – जातिवाचक संज्ञा (मनुष्य जाति)

(ख) वाक्य: मानव अपने सत्कर्मों से स्वर्ग को भी पृथ्वी पर उतार सकता है।

  • मानव – जातिवाचक संज्ञा (मनुष्य जाति)
  • सत्कर्म – भाववाचक संज्ञा (अच्छे कार्य का भाव)
  • स्वर्ग – व्यक्तिवाचक संज्ञा (एक विशेष स्थान)
  • पृथ्वी – व्यक्तिवाचक संज्ञा (एक विशेष ग्रह)

(ग) वाक्य: सबके साथ प्रेम का व्यवहार करो।

  • प्रेम – भाववाचक संज्ञा (प्यार का भाव)
  • व्यवहार – भाववाचक संज्ञा (आचरण का भाव)

(घ) वाक्य: गोपाल कृष्ण गोखले बचपन से तेज बुद्धि के थे।

  • गोपाल कृष्ण गोखले – व्यक्तिवाचक संज्ञा (एक विशेष व्यक्ति)
  • बचपन – भाववाचक संज्ञा (छोटी उम्र का भाव)
  • बुद्धि – भाववाचक संज्ञा (समझ का भाव)

(ङ) वाक्य: सब के जीवन में बुढ़ापा आता ही है।

  • जीवन – भाववाचक संज्ञा (जीने का भाव)
  • बुढ़ापा – भाववाचक संज्ञा (वृद्धावस्था का भाव)

(च) वाक्य: गंगा हिमालय से निकलती है।

  • गंगा – व्यक्तिवाचक संज्ञा (एक विशेष नदी)
  • हिमालय – व्यक्तिवाचक संज्ञा (एक विशेष पर्वत)

(छ) वाक्य: लड़के खेल रहे हैं।

  • लड़के – जातिवाचक संज्ञा (बालकों की जाति)

(ज) वाक्य: वह पुस्तक पुरानी है।

  • पुस्तक – जातिवाचक संज्ञा (किताबों की जाति)

Leave a Comment

WhatsApp Icon
X Icon