UP Board Class 8 Sanskrit Chapter 8 Solutions – ग्राम्यजीवनम् (Question Answer)

Here we have shared UP Board Class 8 Sanskrit Chapter 8 Solutions for free. This covers all question answers of chapter 8 – “ग्राम्यजीवनम्” with explanations in Hindi.

यह पाठ ग्रामीण जीवन की सुंदरता और सरलता को दर्शाता है, जो प्रकृति और परिश्रम से भरा होता है। इसमें गाँवों की हरियाली, कृषि कार्य, पशु-पक्षियों की मौजूदगी और स्वच्छ वातावरण का वर्णन है। यह पाठ बताता है कि गाँवों में जीवन स्वस्थ, धार्मिक और कम खर्चीला होता है। आप सीखेंगे कि ग्रामीण जीवन की विशेषताएँ और सुविधाएँ बढ़ाने से यह और भी सुखद हो सकता है।

UP Board Class 8 Sanskrit Chapter 8 Solutions

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Chapter8. ग्राम्यजीवनम्
Subjectसंस्कृत पीयूषम्
Class8th
BoardUP Board

अभ्यासः

1. उच्चारणं कुरुत पुस्तिकायां च लिखत

(उच्चारण करें और पुस्तिका में लिखें)

सुव्यवस्थितम् साहाय्येन अल्पव्ययसाध्यम्
निःस्वार्थमेव जीवनरक्षणार्थम् सौविध्यम्।

उत्तर: विद्यार्थी स्वयं करोतु। (छात्र स्वयं करें।)

2. एकपदेन उत्तरत (एक शब्द में उत्तर दें)

(क) कृषकाः क्षेत्राणि केन कर्षन्ति? (किसान खेतों को किससे जोतते हैं?)

उत्तर: हलेन (हल से)

(ख) निःस्वार्थमेव फलं छायां च के प्रयच्छन्ति? (निःस्वार्थ फल और छाया कौन देते हैं?)

उत्तर: वृक्षाः (पेड़)

(ग) ग्रामेषु अल्पव्ययसाध्यं किं भवति? (गाँवों में कम खर्च में होने वाला क्या है?)

उत्तर: मनोरञ्जनम् (मनोरंजन)

(घ) ग्रामनिवासिभिः सम्भूय किं विधेयम्? (ग्रामवासियों को मिलकर क्या करना चाहिए?)

उत्तर: प्रयत्नः (प्रयास)

3. पूर्णवाक्येन उत्तरत (पूर्ण वाक्य में उत्तर दें)

(क) ग्राम्यजीवनं कीदृशं भवति? (ग्रामीण जीवन कैसा होता है?)

उत्तर: ग्राम्यजीवनं सरलं सुव्यवस्थितं च भवति। (ग्रामीण जीवन सरल और सुव्यवस्थित होता है।)

(ख) क्षेत्रेषु जनाः कदा कार्यं कुर्वन्ति? (खेतों में लोग कब काम करते हैं?)

उत्तर: क्षेत्रेषु जनाः प्रभातात् सायं पर्यन्तं कार्यं कुर्वन्ति। (खेतों में लोग सुबह से शाम तक काम करते हैं।)

(ग) प्राचीनकाले ग्रामेषु केषां सौविध्यं नासीत्? (प्राचीन काल में गाँवों में किन सुविधाओं का अभाव था?)

उत्तर: प्राचीनकाले ग्रामेषु वैज्ञानिकसौविध्यानां अभावः आसीत्। (प्राचीन काल में गाँवों में वैज्ञानिक सुविधाओं का अभाव था।)

(घ) ग्राम्यजीवनं सुकरं कदा भविष्यति? (ग्रामीण जीवन कब सुगम होगा?)

उत्तर: ग्राम्यजीवनं सुकरं भविष्यति यदा सर्वं साधनानि लभ्यन्ते। (ग्रामीण जीवन तब सुगम होगा जब सभी साधन उपलब्ध होंगे।)

4. मञ्जूषातः क्रियापदानि चित्वा वाक्यानि पूरयत

(मञ्जूषा से क्रिया चुनकर वाक्य पूरे करें)

उत्तर:

(क) ग्राम्य जीवनं सुव्यवस्थितम् भवति। (ग्रामीण जीवन सुव्यवस्थित होता है।)
(ख) कृषकाः क्षेत्राणि हेलेन कर्षन्ति। (किसान हल से खेत जोतते हैं।)
(ग) ग्राम शुक-कपोत-मयूर-कोकिलादयः पक्षिणः कुजन्ति। (गाँव में तोता, कबूतर, मोर, कोयल आदि पक्षी बोलते हैं।)
(घ) परिश्रमशीला: ग्रामीणाः धान्यादिकम् उत्पादयन्ति। (परिश्रमी ग्रामीण धान्य आदि उत्पन्न करते हैं।)
(ङ) वायुजलादिकाः ग्रामेषु प्रचुरं लभ्यन्ते। (गाँवों में वायु, जल आदि प्रचुर मात्रा में मिलता है।)

5. संस्कृतभाषायाम् अनुवादं कुरुत (संस्कृत में अनुवाद करें)

(क) गाँव में लोग प्रायः स्वस्थ होते हैं।

उत्तर: ग्रामे जनाः प्रायः स्वस्थाः भवन्ति।

(ख) गाँव कृषिप्रधान होता है।

उत्तर: ग्रामः कृषिप्रधानः भवति।

(ग) किसान खेत की जुताई करता है।

उत्तर: कृषकः क्षेत्रं कर्षति।

(घ) किसान अन्न उपजाता है।

उत्तर: कृषकः अन्नं उत्पादयति।

6. रेखाङ्कितपदानि आधृत्य प्रश्ननिर्माणं कुरुत

(रेखांकित शब्दों के आधार पर प्रश्न बनाएँ)

(क) ग्रामे प्रायेण सर्वे स्वस्थाः भवन्ति। (गाँव में प्रायः सभी स्वस्थ होते हैं।)

उत्तर: ग्रामे प्रायः सर्वे कीदृशाः भवन्ति? (गाँव में प्रायः सभी कैसे होते हैं?)

(ख) ग्रामं परितः शस्यश्यामला धरित्री राजति। (गाँव के चारों ओर हरी-भरी धरती शोभित होती है।)

उत्तर: ग्रामं परितः कीदृशी धरित्री राजति? (गाँव के चारों ओर कैसी धरती शोभित होती है?)

(ग) धूलधूसरिताः बालकाः विविधं क्रीडां कुर्वन्ति। (धूल से सने बालक विभिन्न खेल खेलते हैं।)

उत्तर: धूलधूसरिताः बालकाः किं कुर्वन्ति? (धूल से सने बालक क्या करते हैं?)

(घ) ग्रामवासिनां निर्मलानि मनांसि भवन्ति। (ग्रामवासियों के मन निर्मल होते हैं।)

उत्तर: ग्रामवासिनां मनांसि कीदृशानि भवन्ति? (ग्रामवासियों के मन कैसे होते हैं?)

7. शुद्धकथनस्य समक्षम् ‘आम्’ अशुद्धकथनस्य समक्षम् ‘न’ इति लिखत

(शुद्ध कथन के सामने ‘हाँ’ और अशुद्ध कथन के सामने ‘नहीं’ लिखें)

उत्तर:

(क) ग्रामपथिकानां गोपालानां सङ्गीतेन हृदयं प्रसन्नं भवति। – आम्
(ग्राम के राहगीरों और गोपालों के संगीत से हृदय प्रसन्न होता है। – हाँ)

(ख) वैज्ञानिकोपकरणानां साहाय्येन कृषिव्यापारः हानिकरः सञ्जातः। – न
(वैज्ञानिक उपकरणों की सहायता से कृषि व्यापार हानिकारक हो गया। – नहीं)

(ग) ग्राम्यजीवनं सदाचारसम्पन्नं धार्मिकं च भवति। – आम्
(ग्रामीण जीवन सदाचारपूर्ण और धार्मिक होता है। – हाँ)

(घ) विकासाय ग्रामवासिभिः सम्भूय प्रयत्नः न विधेयः। – न
(विकास के लिए ग्रामवासियों को मिलकर प्रयास नहीं करना चाहिए। – नहीं)

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