Here we have shared UP Board Class 8 Sanskrit Chapter 14 Solutions for free. This covers all question answers of chapter 14 – “वाराणसी नगरी” with explanations in Hindi.
यह पाठ वाराणसी, जिसे काशी के नाम से भी जाना जाता है, की महिमा और विशेषताओं को बताता है। इसमें गंगा के तट पर बसे इस प्राचीन तीर्थस्थान, इसके विश्वनाथ मंदिर, घाटों, और सारनाथ जैसे स्थानों का वर्णन है। यह पाठ वाराणसी के विद्या केंद्रों और तुलसीदास, कबीरदास जैसे संतों की साधना भूमि के बारे में भी बताता है। आप सीखेंगे कि वाराणसी क्यों एक पवित्र, शैक्षिक और सांस्कृतिक केंद्र है।

UP Board Class 8 Sanskrit Chapter 14 Solutions
| Chapter | 14. वाराणसी नगरी |
| Subject | संस्कृत पीयूषम् |
| Class | 8th |
| Board | UP Board |
अभ्यासः
1. उच्चारणं कुरुत पुस्तिकायां च लिखत
(उच्चारण करें और पुस्तिका में लिखें)
काशीनाम्नापि स्कन्दपुराणस्य विद्याकेन्द्रमपि
मुमुक्षूणाम् शृण्वन्ति पञ्चगङ्गाघट्टः
उत्तर: विद्यार्थी स्वयं करोतु। (छात्र स्वयं करें।)
2. एकवाक्येन उत्तरत
(एक वाक्य में उत्तर दें)
(क) इयं नगरी कस्याः पवित्रतटे विराजमाना अस्ति? (यह नगरी किसके पवित्र तट पर सुशोभित है?)
उत्तर: इयं नगरी गङ्गायाः पवित्रतटे विराजमाना अस्ति। (यह नगरी गंगा के पवित्र तट पर सुशोभित है।)
(ख) पितृणां श्राद्धक्रिया कुत्र भवति? (पितरों की श्राद्ध क्रिया कहाँ होती है?)
उत्तर: पितृणां श्राद्धक्रिया पिशाचमोचने भवति। (पितरों की श्राद्ध क्रिया पिशाचमोचन में होती है।)
(ग) भारतमाता-मन्दिरं कुत्र अस्ति? (भारतमाता का मंदिर कहाँ है?)
उत्तर: भारतमाता-मन्दिरं सारनाथे अस्ति। (भारतमाता का मंदिर सारनाथ में है।)
(घ) भगवान् बुद्धः शिष्येभ्यः प्रथमज्ञानोपदेशं कुत्र अददात्? (भगवान बुद्ध ने शिष्यों को पहला ज्ञानोपदेश कहाँ दिया?)
उत्तर: भगवान् बुद्धः शिष्येभ्यः प्रथमज्ञानोपदेशं सारनाथे अददात्। (भगवान बुद्ध ने शिष्यों को पहला ज्ञानोपदेश सारनाथ में दिया।)
3. मञ्जूषातः पदानि चित्वा वाक्यानि पूरयत
(मञ्जूषा से शब्द चुनकर वाक्य पूरे करें)
- (क) स्कन्दपुराणस्य विश्वनाथस्य अस्याः वाराणस्याः विस्तरेण वर्णनं वर्तते।
- (ख) अत्रैव काशीखण्डे प्रसिद्धं सुवर्णचूड मन्दिरम् अस्ति।
- (ग) वाराणस्यां गङ्गायाः तीरे अनेके मनोहराः घट्टाः सन्ति।
- (घ) ग्रहणसमये अपि अत्र महान् जनसमुदायः एकत्र भवति।
- (ङ) वाराणसी भारतस्य सुप्रसिद्धं पुरातनं विद्याकेन्द्रमपि अस्ति।
4. अधोलिखितानि पदानि आधृत्य वाक्यानि रचयत
(निम्नलिखित शब्दों के आधार पर वाक्य रचें)
उत्तर:
- (क) तीर्थस्थानानि: भारते अनेकानि तीर्थस्थानानि शोभन्ते। (भारत में अनेक तीर्थस्थान शोभित हैं।)
- (ख) बहूनि: वाराणस्यां बहूनि मन्दिराणि दृश्यन्ते। (वाराणसी में बहुत से मंदिर दिखाई देते हैं।)
- (ग) अनेकानि: अनेकानि तीर्थयात्रिणः वाराणसीं प्रति गच्छन्ति। (अनेक तीर्थयात्री वाराणसी की ओर जाते हैं।)
- (घ) मन्दिराणि: वाराणस्यां मन्दिराणि विश्वेन प्रसिद्धानि। (वाराणसी में मंदिर विश्व में प्रसिद्ध हैं।)
5. भिन्नवर्गस्य पदं चिनुत
(भिन्न वर्ग का शब्द चुनें)
उत्तर:
(क) पुस्तकम्, कलमः, मित्रम्, चित्रम्।
भिन्न वर्ग – मित्रम्
(ख) जलचरः, भूचरः, खेचरः, निशाचरः।
भिन्न वर्ग – निशाचरः
(ग) शिक्षिका, अध्यापिका, उपदेशिका, पुस्तिका।
भिन्न वर्ग – पुस्तिका
(घ) तीर्थस्थानानि, घट्टानि, मन्दिराणि, मनोहराणि।
भिन्न वर्ग – मनोहराणि
6. रेखाङ्कितपदानि आधृत्य प्रश्ननिर्माणं कुरुत
(रेखांकित शब्दों के आधार पर प्रश्न बनाएँ)
(क) अत्रैव विश्वनाथस्य प्रसिद्धं सुवर्णचूडं मन्दिरम् अस्ति। (यहीं विश्वनाथ का प्रसिद्ध सुवर्णचूड़ मंदिर है।)
उत्तर: अत्रैव कस्य प्रसिद्धं सुवर्णचूडं मन्दिरम् अस्ति? (यहीं किसका प्रसिद्ध सुवर्णचूड़ मंदिर है?)
(ख) शिक्षायाः विश्वविख्यातं केन्द्रं हिन्दूविश्वविद्यालयः अस्ति। (शिक्षा का विश्वविख्यात केंद्र हिंदू विश्वविद्यालय है।)
उत्तर: शिक्षायाः विश्वविख्यातं केन्द्रं कः अस्ति? (शिक्षा का विश्वविख्यात केंद्र कौन है?)
(ग) भगवान् बुद्धः प्रथमं ज्ञानोपदेशं शिष्येभ्यः अददात्। (भगवान बुद्ध ने पहला ज्ञानोपदेश शिष्यों को दिया।)
उत्तर: भगवान् बुद्धः किं ज्ञानोपदेशं शिष्येभ्यः अददात्? (भगवान बुद्ध ने कौन सा ज्ञानोपदेश शिष्यों को दिया?)
(घ) वाराणसी अस्माकं पवित्रं तीर्थस्थानम् अस्ति। (वाराणसी हमारा पवित्र तीर्थस्थान है।)
उत्तर: वाराणसी अस्माकं कीदृशं तीर्थस्थानम् अस्ति? (वाराणसी हमारा कैसा तीर्थस्थान है?)
7. उदाहरणानुसारं रूपाणि लिखत
उत्तर:
