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“नचिकेता” इस अध्याय में आप एक प्राचीन काल की बहुमूल्य कहानी पढ़ेंगे। यह कहानी कठोपनिषद् से ली गई है और बालक नचिकेता के चरित्र के माध्यम से हमें सत्य के प्रति अटूट निष्ठा, दृढ़ पितृभक्ति तथा आत्मज्ञान की खोज का महत्वपूर्ण संदेश देती है। इस कथा में नौ वर्षीय नचिकेता अपने पिता की अज्ञानता और अनादर से विचलित नहीं होता, बल्कि यमराज के समक्ष खुद की बुद्धिमत्ता और धैर्य से उनका आदर अर्जित करता है। अंत में यमराज ही नचिकेता को आत्मा के रहस्य समझाते हैं।

Bihar Board Class 7 Hindi Chapter 2 Solutions
Subject | Hindi |
Class | 7th |
Chapter | 2. नचिकेता |
Author | कठोपनिषद |
Board | Bihar Board |
पाठ से
प्रश्न 1. नचिकेता कौन था?
उत्तर:- नचिकेता महर्षि बाजश्रवा का एकलौता पुत्र था।
प्रश्न 2. नचिकेता क्यों दुःखी हुआ ? उसने अपने पिताजी से क्या कहा?
उत्तर:- नचिकेता अपने पिता बाजश्रवा द्वारा महायज्ञ में बूढ़ी और दूध न देने वाली गाय दान देते देख दुःखी हुआ। उसने पिता से कहा कि आपने तो सर्वस्व दान देने का संकल्प लिया था, फिर ऐसी गाय क्यों दान की?
प्रश्न 3. नचिकेता यमपुरी किसलिए गया ?
उत्तर:- नचिकेता के पिता बाजश्रवा ने उसे अनजाने में यज्ञ में यमराज को दान दे दिया था। इसलिए पिता की आज्ञा का पालन करते हुए नचिकेता यमपुरी गया।
प्रश्न 4. नचिकेता को यमपुरी के मुख्य द्वार पर क्यों रूकना पड़ा?
उत्तर:- नचिकेता जब यमपुरी पहुंचा तो यमराज बाहर गए हुए थे। इसलिए उनके लौटने की प्रतीक्षा में उसे मुख्य द्वार पर ही ठहरना पड़ा।
प्रश्न 5. नचिकेता ने पहला वरदान क्या माँगा?
उत्तर:- नचिकेता ने पहला वरदान में पिता के क्रोध को शांत होने का वरदान माँगा।
प्रश्न 6. नचिकेता ने दूसरा और तीसरा वर क्या माँगा ?
उत्तर:- नचिकेता ने दूसरा वरदान में अभय देने वाली विद्या माँगा तथा तीसरा वरदान में आत्मा के रहस्य बताने को कहा।
प्रश्न 7. किसने , किससे कहा?
(क) “मृत्यु के मुख में पहुंचकर कोई नहीं लौटा वत्स !”
उत्तर:- बाजश्रवा ने नचिकेता से कहा।
(ख) “छोटा मुँह और बड़ी बात करता है। यज़ की मुझे चिन्ता होनी चाहिए, तुझे नहीं।”
उत्तर:- बाजश्रवा ने नचिकेता से कहा।
(ग) “आप तो यमपुरी जाने की आज्ञा पहले ही दे चुके हैं। अब कुछ भी कहना मेरे लिए निरर्थक है।”
उत्तर:- नचिकेता ने पिता बाजश्रवा से कहा।
पाठ से आगे –
प्रश्न 1. महर्षि बाजश्रवा अगर गायों को ब्राह्मण को दान में दे देते तो क्या होता?
उत्तर:- यदि महर्षि बाजश्रवा बूढ़ी और दूध न देने वाली गायों को ब्राह्मणों को दान में दे देते तो उनका यज्ञ सफल नहीं होता। यज्ञ में तज्ज्ञों द्वारा निर्धारित विधि का पालन करना महत्वपूर्ण है।
प्रश्न 2. यज्ञ से क्या तात्पर्य है?
उत्तर:- यज्ञ का अर्थ है किसी विशेष उद्देश्य के लिए देवताओं का विधिवत् पूजन और हवन करना। जैसे – पुत्र प्राप्ति के लिए राजा दशरथ ने पुत्रेष्टि यज्ञ किया था।
प्रश्न 3. अगर आपको तीन वर माँगने के लिए कहा जाय तो आप क्या माँगेंगे?
उत्तर:- यदि मुझे तीन वर मांगने को कहा जाए तो मैं
(1) सद्विद्या प्राप्त करना
(2) स्वस्थ रहना और
(3) अपने कर्तव्यों का पालन करते रहना, ये तीन वर मांगूंगा।
प्रश्न 4. नचिकेता “साधु-प्रवृत्ति” का था। साधु-प्रवृत्ति से आप क्या समझते हैं?
उत्तर:- “साधु-प्रवृत्ति” का अर्थ है सरल और सही स्वभाव वाला होना। नचिकेता सरल और सत्यनिष्ठ प्रवृत्ति का था।
व्याकरण –
प्रश्न 1. इनके पर्यायवाची शब्द बताइए-
उत्तर:-
(क) पुत्र-वत्स, बेटा, तनय ।
(ख) पिता-बाप, जनक, तात्, जन्मदाता ।
(ग) यमराज–पितृपति, यमपति, दक्षिण दिगपति ।
(घ) गाय-गो, धेनु, कपिला ।
(ङ) साधु-सज्जन, सरल।।
प्रश्न 2. इनके विपरीतार्थक शब्द बताइए
उत्तर:-
(क) सत्य–असत्य ।
(ख) धर्म-अधर्म ।
(ग) सहिष्णुअसहिष्णु ।
(घ) इच्छा -अनिच्छ।।
(ङ) सम्पन्न-विपन्न
प्रश्न 3. देखिये, समझिए और लिखिए
उत्तर:-
पितृभक्त = पितृ + भक्त ।
सहनशक्ति = सहन + शक्ति ।
मुखमंडल = मुख + मंडल ।
गौशाला = गो + शाला ।
महायज्ञ = महा + यज्ञ ।
ब्रह्मवाक्य = ब्रह्म + वाक्य ।
कर्मनिष्ठ = कर्म + निष्ठ।
आत्मज्ञानी = आत्म. + ज्ञानी।
प्रश्न 4. अनेक शब्दों के लिए एक शब्द लिखिए –
उत्तर:-
(क) जो पिता की भक्ति करता हो। – पितृभक्त ।
(ख) जो सब कुछ जानता हो। – सर्वज्ञ।
(ग) जिसने आत्मा का रहस्य जान लिया हो। – आत्मज्ञानी।
(घ) जिसने दृढ़ निश्चय कर लिया हो। – दृढनिश्चयी।
(ङ) जो सहनशील हो। – सहिष्णु।